नई दिल्ली। जम्मू- कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भ्रष्ट नेताओं पर दिए अपने बयान को लेकर अब सफाई देते हुए कहा कि उन्हें एक संवैधानिक पद पर होते हुए ऐसा नहीं बोलना चाहिए था। उन्होंने कहा कि उनके वक्तव्य को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा 'मैं मानता हूं कि मेरी जिम्मेदारी या जो पोजीशन है उस पर ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए थी।
लेकिन मेरा फ्रस्टेशन भष्टाचार के प्रति ऐसा था कि यह बात निकल गई।' उन्होंने अपने बयान पर अफसोस जताते हुए कहा, 'राज्यपाल होते हुए मुझे यह नहीं कहना चाहिए अदरवाइज मैं यही कहूंगा।' बता दें कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को कहा था कि आतंकियों को पुलिसवालों, निर्दोष लोगों की जगह भ्रष्ट राजनेताओं और नौकरशाहों की हत्या करनी चाहिए। उनके इस बयान के बाद विवाद बढ़ गया था. नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसीपी) के नेता उमर अब्दुल्ला ने निशाना साधते हुए कहा था कि संवैधानिक पद पर बैठा कोई जिम्मेदार व्यक्ति ऐसा बयान दे रहा है।