नई दिल्ली। तेलंगाना और राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा एवं व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो गया। तेलंगाना में मतदान की प्रक्रिया सुबह सात बजे शुरू जबकि राजस्थान में आठ बजे शुरू हुई और यह शाम पांच बजे तक जारी रहेगी। तेलंगाना राज्य के लगभग 2.8 करोड़ मतदाता 1,821 उम्मीदवारों के और राजस्थान में लगभग 4.74 करोड़ लोग 2,274 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। आम जनता से लेकर नेता-अभिनेता भी वोट डालने पहुंच रहे हैं।
राजस्थान में कई जगहों पर ईवीएम खराब होने के कारण चित्तोड़गढ़, अजमेर, विजयनगर में वोटिंग शुरू नहीं हुई। सरदारपुरा में भी एक बूथ पर वोटिंग शुरू नहीं हुई है। तेलंगाना में 51,796 मतदान केंद्रों पर मतदान हो रहा है, जो 2013 में हुए चुनाव के मुकाबले 14.25 फीसदी अधिक है। वहीं राजस्थान में बसपा के उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह के निधन की वजह से अलवर जिले के रामगढ़ निर्वाचन क्षेत्र में मतदान स्थगित कर दिया गया है।
सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को कांग्रेस के नेतृत्व वाले पीपुल्स फ्रंट से कड़ी टक्कर मिल रही है। तेलंगाना की 119 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने तेदेपा, सीपीआई और तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) के साथ गठबंधन किया है। राजस्थान विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच में है। भाजपा सभी सीटों पर लड़ रही है जबकि कांग्रेस ने पांच सीटें अपने सहयोगियों के लिए छोड़ दी है।
तेलंगाना के कुछ पोलिंग बूथ से लोगों के बिना वोट डाले वापस जाने की खबर आने लगी है। बताया जा रहा है कि लोगों को मोबाइल फोन रखने की कोई सुविधा नहीं दी गई है और बूथ के अंदर फोन ले जाने की इजाजत नहीं है।वहीं वोटिंग के दौरान तेलंगाना में मतदान के बीच कांग्रेस और टीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच नागेरकुरनल जिले में झड़प की भी खबर है।