नई दिल्ली। भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर और एलओसी पार दुश्मनों के ठिकानों पर हमला करने के लिए ड्रोन का उपयोग करने में सक्षम है और इसका उपयोग करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं दिखती बशर्ते राष्ट्र गलतियां और इसके नुकसान को समझने को स्वीकार करे। यह बातें भारतीय सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कही। दरअसल सेनाध्यक्ष से जब पूछा गया कि क्या भारत भी दुश्मन के ठिकानों को समाप्त करने के लिए अमेरिका की तरह ड्रोन का इस्तेमाल करेगा।
रावत ने कहा कि उन्हें कोई समस्या नहीं है बशर्ते लोग और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कोई प्रतिक्रिया न हो। सेनाध्यक्ष ने कहा कि जब आप ड्रोन से हमले की बात करते हैं तो आपको यह देखना होगा कि कैसे इजरायल इसका इस्तेमाल करता है। उनके पास जमीन पर सूत्र रहते हैं, जो गाड़ियों पर ध्यान देते हैं, जो यह बताते हैं कि गाड़ी में कौन बैठा है। वे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से गाड़ी को चिन्हित कर लेते हैं।
इसके बाद ड्रोन उड़ान भरता है और उस गाड़ी पर हमला कर देता है। सेना प्रमुख ने कहा कि अब ऐसी चीज उस देश में संभव है, लेकिन हमारे देश में आपने देखा होगा कि जब हम जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं तो किस तरह से इसके विरोध में प्रदर्शन होता है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में जैसी चीजें आगे बढ़ रही हैं, ऐसे में मुझे कहने में अच्छा लग रहा है कि हमें ऐसे ड्रोन की जरूरत है।