श्रीहरिकोटा। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) सतीश धवन स्पेस सेंटर से पीएसएलवी-सी43 को लॉन्च किया । इसरो का इस वर्ष यह छठां मिशन है। इसे हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटलाइट नाम भी दिया गया है। भारत ने अलग-अलग देशों के 30 सैटेलाइट्स को लॉन्च किया है जिसमें 23 सैटेलाइट्स अमेरिका के भी हैं। यह भारत का अपना अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट है जिसके जरिए धरती पर नजर रखी जाएगी।
23 सैटेलाइट्स अमेरिका के पीएसएलवी लॉन्चर जो इन सैटेलाइट्स के लॉन्च के लिए प्रयोग किया जाएगा उसकी कुल लंबाई करीब 39.5 मीटर है और इसमें फोर स्टेज रॉकेट हैं। इनमें सॉलिड और लिक्विड दोनों ही तरह के स्टेज वाले रॉकेट हैं। पीएसएलवी-43 ऑपरेशन में सबसे हल्का लॉन्च व्हीकल है। अगर यह लॉन्च सफल रहा तो फिर पीएसएलवी के इस मॉडल की यह 13वां सफलता होगी। पीएसएलवी-सी43 मिशन में हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटलाइट हैं, एक माइक्रो सैटेलाइट और 29 नैनो-सैटेलाइट्स हैं।
इनका कुल वजन 641.5 किलोग्राम है। जबकि 30 विदेशी सैटेलाइट्स को धरती की कक्षा से करीब 504 किलोमीटर की दूरी से लॉन्च किया जाएगा। वहीं इसरो का हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटेलाइट को धरती की कक्षा से करीब 63 किलोमीटर की दूरी से लॉन्च किया जाएगा। इस सैटेलाइट को ध्रुवीय कक्षा में स्थापित किया जाएगा जो नॉर्थ और साउथ पोल की धरती पर स्थिति के मुताबिक ही घूमेगा। जिन देशों के उपग्रहों को भेजा जा रहा है वे आठ देशों के हैं। अमेरिका के 23 सैटलाइट के अलावा आस्ट्रेलिया, कनाडा, कोलंबिया, फिनलैंड, मलेशिया, नीदरलैंड और स्पेन के एक-एक सैटेलाइट शामिल हैं।