भोपाल। विधासभा चुनाव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक बार फिर चर्चा में आ गया है। कांग्रेस एक बार फिर संघ को लेकर हमलावर हो गई है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आते ही सरकारी कर्मचारियों के संघ की शाखा में जाने पर प्रतिबंध लगेगा। यही नहीं, सरकारी परिसरों में संघ की शाखा लगाने पर भी कांग्रेस की सरकार प्रतिबंध लगाएगी। ऐसा नहीं है कि यह बयान दिग्विजय सिंह ने निजी तौर पर दिया है। इससे पहले कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र में सरकारी दफ्तरों में संघ की शाखा लगाने पर प्रतिबंध लगाने और सरकारी कर्मचारियों के संघ की शाखाओं में जाने पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी।
कांग्रेस के वचन-पत्र में संघ को लेकर इस तरह की बातें कहे जाने को लेकर अब सियासत तेज हो गई है। भाजपा अब खुलकर संघ के समर्थन में खड़ी हो गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि संघ सामजिक संगठन है, जो लोगों को राष्ट्रवाद सिखाता है। कोई भी शाखा में जा सकता है।
कांग्रेस हुई हमलावर, भाजपा खुलकर संघ के समर्थन में आई
चिदंबरम बोले- प्रतिबंध में कुछ भी गलत नहीं
कमलनाथ बोले - कर्मचारी, अफसर दफ्तरों में बैठें
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया है कि भाजपा सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को उनकी मर्जी के विपरीत आरएसएस की शाखाओं में लाइन में लगाना चाहती है, वहीं कांग्रेस उन्हें उनके कार्यालयों में बैठाना चाहती है ताकि जनता अपने कामों के लिये लाइनों में लग कर परेशान न हो। प्राथमिकता अपनी-अपनी।
भाजपा ने इस तरह दी प्रतिक्रिया
राकेश सिंह बोले - हिम्मत है तो प्रतिबंध लगाकर दिखाए
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे विनाश काले विपरीत बुद्धि कहते हुए कांग्रेस के विनाश की शुरुआत बताया है। उन्होंने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो संघ पर प्रतिबंध लगाकर दिखाए।
संबित पात्रा का हमला - कांग्रेस इमरजेंसी लगाना चाहती है
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस इमरजेंसी लगाना चाहती है। आरएसएस की शाखा को बंद करने को चिंताजनक बताते हुए संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेसी नहीं चाहते कि देश में राम मंदिर बनें और संघ की शाखाएं चलें।
तोमर ने किया प्रहार - कांग्रेस ने दोहरा चरित्र दिखाया
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि संघ पर पाबंदी की बात कहकर कांग्रेस ने अपना दोहरा चरित्र पेश किया है। कांग्रेस के चरित्र को सब जानते हैं। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों पर शाखाओं में रोक लगाना अलोकतांत्रिक है।