नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि इसी वर्ष देश को शुभ समाचार मिलेगा। राम जन्मभूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जनवरी को होगी। इस पर रामदेव ने कहा कि यदि न्यायालय से निर्णय में देरी हो रही है तो संसद से रास्ता निकलना चाहिए। उन्होंने मंदिर के निर्माण के लिए बिल लाने की मांग की है।
रामदेव ने कहा, 'यदि न्यायालय के निर्णय में देर हुई तो संसद में जरूर इसका बिल आएगा, आना ही चाहिए। राम जन्मभूमि पर राम मंदिर नहीं बनेगा तो किसका बनेगा? संतो/राम भक्तों ने संकल्प किया अब राम मंदिर में और देर नहीं, मुझे लगता है इसी वर्ष शुभ समाचार देश को मिलेगा।'
राम जन्मभूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सुनवाई में हो रही देरी पर बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा, 'बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस बार भी 1992 से पहले की तरह न्यायपालिका की तरफ से राम मंदिर को लेकर विलंभ किया जा रहा है। इससे राम मंदिर समर्थक चिंतित महसूस कर रहे हैं और आरएसएस ने केवल यह स्पष्ट किया है।'
आरएसएस ने शुक्रवार को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए 1992 की तरह एक नया जन-आंदोलन शुरू करने के संकेत दिए। वहीं अध्यादेश के माध्यम से राम मंदिर के निर्माण का रास्ता निकालने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मैं इसके बारे में कुछ भी नहीं कह सकता लेकिन हां संघ और साधु-संतों की एक मजबूत मांग है जो अध्यादेश की मांग कर रहे हैं।'
शनिवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अखिल भारतीय संत समिति में साध्वी प्राची ने कहा, 'राम जी का मंदिर बनेगा धूम धाम से। 6 दिसंबर को ही हमें शिलान्यास करना है। अयोध्या के अंदर हिन्दुस्तान के हिन्दुओं को बुलाओ, राम मंदिर की घोषणा करो। किसी की जरूरत नहीं। राम मंदिर बन जाएगा।'