नई दिल्ली। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा करने वाले मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत दो दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। यानी 11 दिसंबर को जब इन चुनावों के परिणाम आएंगे तो उनकी घोषणा करने के लिए रावत इस पद पर नहीं होंगे। स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहली बार होगा कि चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत एक मुख्य चुनाव आयुक्त करेंगे लेकिन उसका समापन कोई अन्य मुख्य चुनाव आयुक्त करेंगे।
रावत इस चुनाव प्रक्रिया को 10 दिन पहले भी समाप्त कर सकते थे लेकिन नहीं कर रहे हैं। और उन्होंने अपने इस फैसले का कोई स्पष्टीकरण भी नहीं दिया। वहीं, उन पर चुनाव की घोषणा के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुविधा के अनुसार बदलने का भी आरोप लगा। पहले यह घोषणा दोपहर साढ़े बारह बजे होने वाली थी लेकिन चुनाव आयोग ने आखिरी क्षणों में इसका समय बदलकर शाम तीन बजे कर दिया।