नई दिल्ली। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने परिवार के भीतर किसी प्रकार की कलह की चर्चा को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि इस तरह की अफवाहों के पीछे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद प्रमुख लालू प्रसाद से रांची स्थित रिम्स में उनके छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुलाकात की थी।
इसके बाद यह चर्चा थी कि वह पारिवारिक कलह के निदान के लिए पिता से मिलने गए थे। तेजस्वी ने किसी प्रकार की कलह की चर्चा को खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि इस तरह की झूठा अफवाहों के पीछे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं और वह राजद के समर्थकों का मनोबल तोडऩे के उद्देश्य से ऐसा कर रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि लालू ने तेजस्वी यादव को मिलने के लिए रांची में बुलाया है। लालू के दोनों बेटों में कुछ समय से खटास देखने को मिल रही है। पिछले दिनों आगामी लोकसभा चुनाव की राष्ट्रीय जनता दल की महत्तवपूर्ण बैठक थी। तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पार्टी के कई नेता शामिल हुए थे, लेकिन तेज प्रताप नजर नहीं आए।
इस बैठक में राबड़ी देवी, राजद अध्यक्ष लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित सभी नेता उपस्थित थे। तेज प्रताप की राजनीतिक बैठक से दूरी ने कई तरह के सवाल खड़े किए। दो भाइयों में खटास चर्चा का मुद्दा बना हुआ है।
लालू प्रसाद 72 साल के हो गए हैं, स्वास्थय उनका लगातार खराब बना हुआ है। ऐसी स्थिति में उनकी तीनों संतान ने अस्पताल से दूरी बनाई हुई है। पार्टी के अन्य बड़े नेता का कहना है कि हम लोग रोज ही लालू प्रसाद की हेल्थ रिपोर्ट का अध्ययन करते हैं। हम देख रहे हैं कि वह तनाव में हैं। लेकिन जब लोग और समर्थक हमसे पूछते हैं कि आखिर क्यों उनके बेटे और बेटी मीसा उन्हें देखने के लिए नहीं आते हैं, हमारे पास कोई जवाब नहीं होता है।