पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की लंबे समय से बिगड़ी तबीयत से राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। शुक्रवार को खबरें आईं कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है। हालांकि बाद में कहा गया कि पर्रिकर ने शुक्रवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बात की और यह निर्णय किया गया कि वह गोवा के मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे।
इस बीच कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा किया है। कांग्रेस का कहना है कि वो अभी भी सबसे बड़ी पार्टी है और उसे सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए।गोवा कांग्रेस का कहना है कि मनोहर पर्रिकर हट रहे हैं, बीजेपी की संख्या घट रही है। कांग्रेस अभी भी एकमात्र सबसे बड़ी पार्टी है, उसे सरकार बनाने का मौका दिया जाना चाहिए। इस संबंध में कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल से अनौपचारिक रूप से मुलाकात की है।
चिकित्सकीय जांच के बाद सात सितंबर को अमेरिका से लौटे पर्रिकर को गुरुवार शाम को उत्तर गोवा के कैंडोलिम स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। आज उन्हें दिल्ली में एम्स में शिफ्ट किया जाएगा। गोवा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर माइकल लोबो ने कहा, 'गोवा के मुख्यमंत्री को एम्स, दिल्ली लाया जाएगा।
अमित शाह और पीएम मोदी गोवा की स्थिति पर निगरानी रखे हुए हैं। सीएम के पोर्टफोलियो मंत्रियों के बीच वितरित किए जाएंगे ताकि प्रशासन सुचारू रूप से चलता रहे। पर्रिकर जी मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करना जारी रखेंगे। सूत्रों ने बताया कि मनोहर पर्रिकर, जो कि पिछले 7 महीनों से अग्नाशयी बीमारी से पीड़ित हैं, ने अस्थायी रूप से मुख्यमंत्री पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त की है। इस बीच बीजेपी के पर्यवेक्षक संगठन महासचिव रामलाल और वरिष्ठ नेता बी एल संतोष को गोवा भेजा जा रहा है।