नई दिल्ली। सीबीआई ने एंटीगुआ के अधिकारियों को पत्र लिखकर भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के ठिकानों के बारे में जानकारी मांगी है। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। मेहुल के इस महीने अमेरिका से एंटीगुआ जाने की रिपोर्ट्स सामने आने के बाद केंद्रीय एजेंसी ने यह कदम उठाया है। मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक में 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने कैरेबियाई देश एंटीगुआ का स्थानीय पासपोर्ट भी हासिल कर लिया है। सूत्रों ने बताया कि एंटीगुआ के अधिकारियों को मंगलवार शाम को पत्र भेजा गया। इसमें सीबीआई ने भगोड़े व्यवसायी के खिलाफ इंटरपोल की ओर से जारी नोटिस का हवाला देते हुए उसकी आवाजाही और मौजूदा ठिकाने का ब्यौरा मांगा है।
निष्ठा की शपथ भी ले ली
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता हासिल करने के बाद जनवरी में निष्ठा की शपथ भी ले ली थी। दरअसल, अखबार ने भारतीय संस्थानों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए भगोड़े कारोबारी के बारे में एंटीगुआ की निवेश इकाई के जरिए नागरिकता विभाग को एक प्रश्नावली भेजी थी।
पहले ही बना ली थी योजना
सूत्रों ने बताया कि चोकसी की कारगुजारियों से संकेत मिले हैं कि उसने देश से भागने की योजना काफी पहले बना ली थी। वह बखूबी जानता था कि पीएनबी कर्मी गोकुलनाथ शेट्टी के रिटायर होने के बाद घोटाले का भंडाफोड़ होगा। बता दें कि वह गोकुलनाथ शेट्टी ही था जो चोकसी को गारंटी पत्र के नवीनीकरण में मदद करता था।
जनवरी में ही हो गया था फरार
सूत्रों ने बताया कि मेहुल चोकसी ने योजनाबद्ध तरीके से जनवरी के पहले ही हफ्ते में देश से फरार हो गया। सूत्रों की मानें तो फरार होने के बाद उसने बिना किसी देरी के एंटीगुआ जाकर 15 जनवरी को निष्ठा की शपथ भी ले ली थी।