नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच जाने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पेट्रोल की कीमतों में प्रति लीटर 25 रुपये की कटौती संभव है, लेकिन यह सरकार ऐसा नहीं करेगी।
चिदंबरम ने ट्वीट किया कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से केंद्र सरकार को पेट्रोल पर 15 रु/लीटर की बचत होती है। इसके अलावा केंद्र सरकार पेट्रोल पर 10 रु/लीटर का अतिरिक्त कर लगाती है। उन्होंने कहा कि इस तरह केंद्र सरकार को पेट्रोल पर 25 रु/लीटर का मुनाफा मिलता है। इस पैसे पर सीधे तौर पर आम आदमी का अधिकार है।
उन्होंने दावा किया कि ऐसे में पेट्रोल कीमतों में 25 रु/लीटर की कटौती संभव है. लेकिन सरकार ऐसा नहीं करेगी। वो पेट्रोल की दरों में 1 या 2 रु/लीटर की कटौती करके जनता की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास करेगी। पिछले कई दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी जारी है।बुधवार को भी तेल की कीमतों में तेजी बरकरार रही और दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 30 पैसे के इजाफे के साथ अब 77.17 रुपए प्रति लीटर हो गई है. वहीं डीजल की कीमत बढ़कर 68.34 रुपए प्रति लीटर पहुंच चुकी है।
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों से मिलने वाली एक्साइज ड्यूटी की जरूरत हाईवे निर्माण तथा नए अककटर बनाने जैसी विकास परियोजनाओं के लिए होती है, जो देश के विकास के लिए आवश्यक हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पेट्रो उत्पादों पर लगाई जाने वाली एक्साइज ड्यूटी देश के विकास के काम में इस्तेमाल की जाती है।
टिप्पणियां इससे पहले, बुधवार को ही केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिवप्रताप शुक्ला ने भी पेट्रोल तथा डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर कहा था, कच्चा तेल आयातित होता है... विदेशी कंपनियां कीमतें बढ़ा रही हैं... पेट्रोलियम मंत्रालय कह चुका है कि पेट्रोल तथा डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाना चाहिए, लेकिन मुद्दा यह है कि इस प्रस्ताव को काउंसिल के समक्ष तब तक नहीं लाया जा सकता, जब तक सभी राज्यों के वित्त मंत्रालय इसे मंजूरी न दें...केंद्र सरकार के मुताबिक, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से वह भी चिंतित है।