कोझिकोड। केरल के तटवर्ती जिले कोझिकोड में फैले निपाह वायरस (एनआईवी) से मंगलवार को दो और लोगों की मौत हो गई जिससे इस जानलेवा बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। इससे प्रभावित नौ लोगों का उपचार चल रहा है। अपुष्ट समाचारों के मुताबिक मरने वालों की संख्या कहीं अधिक है। सूत्रों ने बताया कि तेज बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती पेराम्बरा के राजन और अशोकन सिंह की मंगलवार सुबह मौत हो गई।
दोनों के रक्त नमूने जांच के लिए नेशनल वॉयरोलोजी इंस्टीच्यूट भेजे गए हैं। जिले के पेराम्बरा निवासी जानकी की बुखार के कारण मौत हो गई थी। बाद में इस बात की पुष्टि हुई कि वह एनआईवी से ग्रसित थी। पेरम्बरा के पास चंगरौठ के निवासी मरियम (50) और उनके दो भतीजों की इसी बीमारी के कारण गत पखवारे मौत हो गई थी।
पुणे स्थित नेशनल वॉयरोलोजी इंस्टीच्यूट ने उनके रक्त नमूनों में एनआईवी की मौजूदगी की पुष्टि की है। घातक वायरस की चपेट में आए इन तीनों के उपचार में लगी पेरम्बरा तालुक अस्पताल की नर्स लिनी (31) की भी एनआईवी की चपेट में आने से दो दिन पहले मौत हो गई। इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के विशेषज्ञों की एक टीम आज प्रभावित इलाकों का दौरा करेगी। इसके अलावा केंद्रीय पशुपालन आयोग की एक टीम भी पेरम्बरा में स्थिति की समीक्षा करने जाएगी।
नेशनल काउंसिल फॉर डिजीज कंट्रोल नई दिल्ली के निदेशक डा. एस के सिंह तथा एपिडेमियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष एस के जैन के नेतृत्व में उच्च स्तरीय टीम पहले से ही यहां है तथा बीमारी से निपटने तथा उस पर नियंत्रण के उपायों पर निगरानी बनाये हुए हैं। फ्रूट बैट्स के कारण एनआईवी लोगों तथा जानवरों में फैल रहा है।