नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि अर्थव्यवस्था अब नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रभाव से उबरने लगी है और अगले दो साल में भारत फिर से दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगा। जेटली ने लोकसभा में अगले वित्त वष्र् बजट पर हुई चर्चा का जवाब देते हुये कहा कि 2014-15 से 2016-17 तक हम विश्व की सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था थे। चालू वित्त वर्ष के दौरान हम 0.1 प्रतिशत के मामूली अंतर से दूसरे नंबर पर रह सकते हैं,
किंतु अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार आगामी वित्त वर्ष से हम लगातार दो साल फिर पहले स्थान पर रहेंगे। कांग्रेस के कृषि, गरीबी उन्मूलन और रोजगार को चुनौती बताए जाने का उल्लेख करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि ये समस्याएँ पिछले चार साल में नहीं पनपी हैं। कांग्रेस ने 55 साल देश पर राज किया और उसे इस बात का आत्ममंथन करना चाहिए कि उसने अपने शासनकाल के दौरान इन्हें दूर करने के लिए क्या प्रयास किए।
नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था में दो प्रतिशत की गिरावट के कांग्रेस के आंकलन पर जेटली ने कहा कि यह मुश्किल फैसला था और कुछ समय के लिए इसका बुरा असर भी पड़ा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के दो कड़े फैसलों के बावजूद अर्थव्यव्स्था की विकास दर पर मात्र 0.4 प्रतिशत का असर पड़ा। वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2004 से 2014 के दौरान तत्कालीन सरकार ने एक भी ढांचागत सुधार का कदम नहीं उठाया जबकि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले चार साल के दौरान एक-एक करके कई कदम उठाए हैं।