नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि देश के हितों की रक्षा और शत्रु को हथियारों के संबंध में जानकारी रोकने के लिए राफेल विमान सौदे के संबंध में विवरण सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। अगले वित्त वर्ष के आमबजट पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दौरान तत्कालीन रक्षा मंत्रियों प्रणव मुखर्जी और ए.के. एंटनी ने भी कुछ रक्षा सौदों से संबंधित जानकारी संसद में भी नहीं दी थी। उन्होंने लिखित जवाब में कहा था कि इस तरह की जानकारी सार्वजनिक करना देश हित में नहीं होगा।