नई दिल्ली। संसद में गुरुवार को भारतीय नेवी अफसर कुलभूषण जाधव से इस्लामाबाद में सोमवार को हुई मुलाकात के दौरान उनकी मा-पत्नी के साथ पाक द्वारा की गई बदसलूकी की कड़ी निंदा की और सरकार से पाक के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग की।
लोकसभा और राज्यसभा में जाधव के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बयान के बाद सदस्य पाकिस्तान के इस अत्यंत अशिष्ट व्यवहार को लेकर काफी आक्रोशित हो गए और उन्होंने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। इस मुलाकात के बारे में सुषमा ने पहले राज्यसभा में बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि पाक ने जाधव परिवार के साथ बदसलूकी मानवाधिकारों का सरासर उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा के नाम पर परिवार के सदस्यों के कपड़े तक बदलवाए गए और पहनने के लिए अपनी और से वस्त्र दिए गए। जाधव की मां जो केवल साड़ी पहनती है, उन्हें साड़ी की बजाए सलवार कुरता पहनने के लिए दिया गया। पत्नी ही नहीं मां की भी बिंदी,चूड़ियां और मंगल सूत्र भी उतरवा दिए गए , जिसे देखकर कुलभूषण को कुछ संदेह हुआ और उसने अपनी मां से पूछा भी-बाबा कैसे हैं।
विदेश मंत्री ने लोकसभा में अपने बयान में कहा कि राजनयिक माध्यमों से तय हुई इस मुलाकात को पाकिस्तान भले ही मानवीयता एवं सद्भाव का तकाजा बता रहा हो, पर इसमें मानवीयता एवं सद्भाव दोनों ही नहीं थे। उन्होंने कहा कि यह मुलाकात दोनों देशों के संबंध में एक कदम आगे बढ़ने का अवसर हो सकता था लेकिन एक मां की अपने बेटे और एक पत्नी की अपने पति से 22 माह बाद होने वाली एक भावभरी मुलाकात के क्षण को पाकिस्तान ने अपने दुष्प्रचार के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया।