नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से नाराजगी व्यक्त करते हुए महाराष्ट्र के भंडारा गोंदिया क्षेत्र से निर्वाचित सांसद नानाभाऊ फाल्गुनराव पाटोले ने शुक्रवार को पार्टी और लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
सूत्रों ने बताया कि पाटोले ने लोकसभा सचिवालय में अपना त्यागपत्र सौंपा। पत्र में इस्तीफे का कोई कारण नहीं बताया गया है। हालांकि अभी उनका त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया गया है।
उन्होंने 2014 में भंडारा गोंदिया ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल को पराजित किया था। पाटोले ने अपना त्यागपत्र गुजरात विधानसभा चुनावों के पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले दिया है।
उद्धव से भेंट
वह काफी समय से किसानों के मुद्दों को लेकर अपनी ही सरकार पर खुलकर हमले कर रहे थे। अक्टूबर में उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से भेंट की थी।
इन मुद्दों पर नाकाम रही सरकार
त्यागपत्र देने के बाद पाटोले ने मीडिया से बातचीत में इस्तीफे के कारणों पर चर्चा करते हुए भाजपा की केन्द्र एवं राज्य सरकार पर किसानों की समस्याओं, नोटबंदी और जीएसटी के कारण उत्पन्न दिक्कतों से निपटने में नाकामी सहित 14 मुद्दे गिनाए।
यशवंत सिन्हा के आंदोलन में हुए थे शामिल
पाटोले हाल में भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा के आंदोलन में शरीक रहे हैं। उन्होंने सितंबर में यह कह कर अपने बागी तेवरों का परिचय दिया था कि मोदी सवाल या आलोचना सुनना पसंद नहीं करते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि सभी केन्द्रीय मंत्री भयभीत हैं और वह स्वयं भी निशाने पर हैं, लेकिन उन्हें कोई डर नहीं है।