नई दिल्ली। आतंकी ठिकानों को निशाने बनाने के लिए भारत ने नया प्लान बनाया है। इसके तहत ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को सुखोई फाइटर जेट से फायर करके देखा जाएगा। इसी हफ्ते होने वाले इस ट्रायल को 'खतरनाक जोड़ा' माना जा रहा है।
फायर होने के बाद ब्रह्मोस की स्पीड साउंड की स्पीड से तीन गुना तेज होती है, फिलहाल इसकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर दूर तक की है जिसको 450 किलोमीटर तक करने का काम भी चल रहा है। सुखोई से फायर करने के लिए मिसाइल के डिजाइन में कुछ बदलाव भी किए जा रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, यह टेस्ट इसी हफ्ते बंगाल की खाड़ी के पास से किया जाएगा।
अगर सुखोई से ब्रह्मोस को फायर करने का टेस्ट सफल हुआ तो इसकी मदद से आंतकी ठिकानों को निशाना बनाया जा सकेगा, अंडरग्राउंड बने परमाणु बंकरों को नष्ट किया जा सकेगा और युद्धपोत भी इसकी जद में होंगे।
अगर टेस्ट सफल होता है तो शुरुआती स्तर पर 42 सिखोई फाइटर जेट्स पर ब्रह्मोस मिसाइल को लगाया जाएगा। जून 2016 से दो सुखाई फाइटर जेट के साथ इसका ट्रायल रन चल रहा था।