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पैराडाइज पेपर्स: सिन्हा बोले- मंत्री बनने से पहले छोड़ दी थी कंपनी

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Nov 6 2017 1:13PM | Updated Date: Nov 6 2017 1:13PM
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नई दिल्ली। 2014 में  झारखंड के हजारीबाग से लोकसभा सांसद चुने जाने से पहले और केंद्र मंत्री बनने से पहले जयंत सिन्हा ने ओमियदीयर नेटवर्क के साथ प्रबंध निदेशक के रुप में साथ काम किया। ओमिडयार नेटवर्क ने अमेरिकी कंपनी डी लाइट डिजाइन में निवेश किया हुआ है। इस कंपनी की एक शाखा केमैन आइलैंड में भी स्थित थी। सिन्हा ने अब इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने 2013 में इस कंपनी संबंध खत्म कर दिए थे।  
 
विदेशी कानूनी सलाह देने वाली कंपनी  एप्पलबी के रिकॉर्ड बताते हैं कि सिन्हा ने डी लाइट डिज़ाइन के निदेशक के रूप में कार्य किया था। उन्होंने चुनाव आयोग को और न ही लोक सभा सचिवालय को अपनी घोषणा में इस बात की जानकारी नहीं दी थी। 

डायरेक्ट थे जयंत सिन्हा
डी लाइट डिजाइन इंक 2006 में सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में स्थापित किया गया था, और केमन द्वीप समूह में ये एक ही नाम की सहायक कंपनी है। सितंबर 2009 में सिन्हा ने ओमिडियार नेटवर्क में शामिल होकर दिसंबर 2013 में इस्तीफा दे दिया। ओमिडीयार नेटवर्क ने डी लाइट डिजाइन में निवेश किया था।  डी लाइट ने अपने कैमेन आईलैंड स्थिति शाखा के माध्यम से नीदरलैंड के एक निवेशक से 30 लाख डॉलर (आज की दर से करीब 19 करोड़ रुपये) कर्ज हासिल किया था। एप्पलबी के दस्तावेज के अनुसार इस कर्ज  के लिए 31 दिसंबर 2012 को समझौता हुआ था। जब ये फैसले लिए गये तो जयंत सिन्हा डी लाइट डिजाइन के डायरेक्टर थे।

सिन्हा का जवाब
इस मामले पर सिन्हा ने कहा कि मैं ओमिडयार नेटवर्क से सितंबर 2009 में उनके इंडिया ऑपरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर जुड़ा। दिसंबर 2013 में सार्वजनिक जीवन में आने के लिए मैंने कंपनी से इस्तीफा दे दिया। सिन्हा ने कहा कि डी लाइट डिजाइन उर्जा क्षेत्र में सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। इस वजह से नवंबर 2014 तक डी लाइट डिजाइन के बार्ड में माने अपनी सेवा दी। सिन्हा ने आगे कहा कि दिसंबर 2013 तक मैं  ओडियार नेटवर्क के प्रतिनिध के तौर पर बोर्ड में रहा था। जनवरी 2014 से नवंबर 2014 तक मैं स्वतंत्र निदेशक के तौर पर बोर्ड में रहा। नवंबर 2014 में जब मुझे केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया तो मैंने कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया। सिन्हा ने या कहा कि अब इस कंपनी से मेरा कोई संबंध नहीं है।
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