पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि रक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि रक्षा और सैन्य अभियानों में कम से लोगों की मौत हो।
पर्रिकर ने यहां से दस किलोमीटर दूर एक दौड़ कार्यक्रम में कहा ''सीमा की रक्षा करने वाले सैनिकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। रक्षा मंत्री के रूप में मैंने हमेशा यह कोशिश की कि कम से कम लोगों की मौत हो।''
उन्होंने कहा ''देश के लिए सब कुछ न्योछावर करना जरूरी है लेकिन इसका मतलब बिल्कुल नहीं कि आप लड़ाई में मारे जाएं। अपने दुश्मनों को मारे और यही लक्ष्य होना चाहिए।''
उन्होंने कहा कि एक दिव्यांग व्यक्ति कईं बार समाज के इतना बेहतर काम कर देता है जिसे कोई सामान्य आदमी कभी नही कर सकता है। पर्रिकर ने कहा कि वह यहां इसलिए आए हैं क्योंकि वह मानते हैं कि दिव्यांग भी समाज का एक अहम हिस्सा हैं।
उन्होंने कहा" कईं बार ये लोग समाज के लिए इतना अच्छा काम कर देते हैं कि सामान्य व्यक्ति भी नहीं कर पाते हैं और मैंने खुद इनकी क्षमताएं देखी हैं। अगर ये किसी क्षेत्र में अच्छा काम नहीं कर पाते हैं तो अन्य क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन कर दिखाते हैं।