नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे आयुर्वेद दिवस पर मंगलवार को देश के पहले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का उद्घाटन किया। दिल्ली के सरिता विहार में बना यह संस्थान आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान को अत्याधुनिक उपकरणों व तकनीक के साथ जोड़ने में सहायक होगा। 157 करोड़ की लागत से बने इस संस्थान का निर्माण एम्स की तर्ज पर किया गया है। यह संस्थान 10 एकड़ में फैला है। यह एनएबीएच से मान्यता प्राप्त अस्पताल है और इसमें एक एकेडिमिक ब्लॉक भी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'आयुष को सरकार ने 4 प्राथमिकता में रखा है। अलग मंत्रालय बनाने के साथ व्यापक नियम बनाए हैं। आयुष का स्वास्थ्य सेवा में इंटिग्रेशन पहले की तरह सीमित नहीं रहेगा। आयुर्वेद के विस्तार के लिए जरूरी है कि देश के हर जिले में इससे जुड़ा एक अच्छा, सारी सुविधाओं से युक्त अस्पताल हो। इस दिशा में आयुष मंत्रालय तेजी से काम कर रहा है और तीन वर्षों में ही 65 से ज्यादा आयुष अस्पताल विकसित किए जा चुके हैं।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'गुलामी के समय में हमारी ऋषि परंपरा, हमारे आचार्य, किसान, हमारे वैज्ञानिक, हमारे योग, आयुर्वेद इन सभी की शक्ति का उपहास उड़ाया गया। उसे कमजोर करने की कोशिश हुई और यहां तक की उन शक्तियों पर हमारे ही लोगों के बीच आस्था कम करने का प्रयास भी हुआ।'