नई दिल्ली। देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइलमैन के नाम से पॉपुलर एपीजे अब्दुल कलाम की आज रविवार को 86वीं जयंती है। कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। देश के सर्वोच्च अवॉर्ड भारत रत्न से सम्मानित अब्दुल कलाम को जनता का राष्ट्रपति भी कहा जाता है। एपीजे अब्दुल कलाम ने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक के तोर पर चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में काम किया और साथ ही इसरो को भी सम्भला और देश में सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे।
पूर्व राष्ट्रपति कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली से की थी। उन्हें साल 2002 में भारत का राष्ट्रपति बनाया गया था। वहीं, पांच वर्ष की अवधि पूरी होने के बाद वे वापस शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा में लौट आए थे। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का 27 जुलाई, 2015 को शिलॉंग में निधन हो गया था वे आईआईएम शिलॉन्ग में लेक्चर देने गए थे, इसी दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। उनके निधन के बाद सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा भी की गई थी। एपीजे अब्दुल कलाम को भारत रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान उन्हें साल 1997 में मिला था। इसके अलावा उन्हें पद्म विभूषण, रामानुजन पुरस्कार, मानद डॉक्टेरेट, डॉक्टर ऑफ साइंस आदि जैसे कई सम्मान मिल चुके थे।