नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए जनता को संबोधित किया। मन की बात का ये 36वां संस्करण था। मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के साथ देश का हर शख्स स्वच्छता मुहिम से जुड़ चुका है। अब पब्लिक प्लेस पर गंदगी न फैलाने का दबाव बढ़ा है। मन की बात से मुझे देशवासियों को जानने का मौका
मोदी ने कहा, " मन की बात के तीन साल पूरे हो गए। इस प्रोग्राम ने देश की सकारात्मक सोच और शिकायतों को मुझे जोड़ने का मौका दिया।"
"मन की बात में मैं जो बातें आपको बताता हूं। मुझे देशभर से एक तरह का खजाना मिल जाता है। ज्यादातर मुझे प्रेरणा देने और सरकार में सुधार से जुड़ी होती हैं।"
"इसका रिजल्ट ये आया है कि हमारे समाज में कोई परेशानी है तो उसे दूर करने का मौका मिलता है। इसके जरिए मुझे देशवासियों को जानने का मौका मिला।" "मैंने राजनीति के रंग से इसे दूर रखने का प्रयास किया है। मैं मानता हूं कि तीन साल के बाद सोशल एक्सपर्ट्स जरूर इसका एनालिसिस करेंगे।"
"मैंने एक बार कहा था कि भोजन का सदुपयोग कैसे हो, तो इस पर मुझे गजब के सुझाव मिले। महाराष्ट्र के एक टीचर ने अपनी 16 हजार की पेंशन स्वच्छता के लिए दान दे दी।" "देखते ही देखते सेल्फी विद डॉटर एक कैंपेन के तौर पर चल पड़ा। हर बेटी को लगा कि मेरा भी कोई महत्व है। मैंने एक बार कहा था कि जहां भी जाएं वहां की फोटो इंक्रेडिबल इंडिया के साथ शेयर करें।"
मोदी ने कहा, "देश का हर नागरिक देश के लिए कुछ अच्छा करना चाहता है। ये मन की बात में मैंने जाना है।" मोदी ने कहा, "हमने पिछली मन की बात में संकल्प लिया था कि 15 दिन तक स्वच्छता का उत्सव मनाएंगे। राष्ट्रपति जी के साथ-साथ हर कोई इस मुहिम से जुड़ा है।"
"बच्चे-बूढ़े, किसान और सेलेब्स ने इसमें भाग लिया। अब पब्लिक प्लेस पर गंदगी न फैलाने को लेकर दबाव बढ़ गया है।"
"स्वच्छता ही सेवा है, के तहत कई प्रतियोगिताएं हुईं। हजारों बच्चों ने पेंटिंग, चित्र और निबंध लिखे। स्वच्छता के आंदोलन को इलेक्ट्रोनिक-प्रिंट मीडिया ने भी आगे बढ़ाया है।"
"श्रीनगर नगर निगम ने बिलाल डार नाम के युवक को स्वच्छता का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। पिता की कैंसर से मौत के बाद उसने खुद को 12 साल की उम्र स्वच्छता से जोड़ लिया था। इससे कुछ न कुछ उसकी कमाई भी हो जाती है। बिलाल स्वच्छता में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं।" "31 अक्टूबर को सरदार पटेल की याद में रन फॉर यूनिटी का आयोजन होगा। अगली मन की बात में सरदार पटेल के बारे में बात करूंगा।"
मोदी ने कहा "देश विविधताओं से भरा हुआ है। चकाचौंध को देखकर विदेशों में घूमने जाते हैं, मुझे कोई परेशानी नहीं, लेकिन पहले अपने भारत को तो देखें। गांधी, विवेकानंद और कई महापुरुषों ने देश भ्रमण किया। तब जाकर उन्हें देश की ताकत और भविष्य के बारे में जानकारी मिली।"
"मैं भी 500 जिलों का दौरा कर चुका हूं। मैं अपील करता हूं कि इस बार छुट्टियां मिले तो नए अनुभव के लिए देश का भ्रमण करें। आप जहां भी जाएं #IncredibleIndia के साथ अपने अनुभव और फोटोज शेयर कीजिए।" "टूरिज्म सेक्टर को बढ़ाने के लिए आपके अनुभव महत्वपूर्ण है। जब भारत सरकार को अनुभव मिलेंगे तो हम उसे जहग को और विकसित करने के लिए प्रयास करेंगे।"
मोदी ने कहा, "दोस्तों पिछले दिनों नारी शक्ति के तौर पर लेफ्टिनेंट स्वाति महाडिक और निधि दो वीरांगनाएं मिली हैं। शहीद कर्नल संतोष महाडिक की पत्नी स्वाति ने पति के सपनों को पूरा करने के लिए 11 महीने खुद को ट्रेनिंग में झोंक दिया। देश की इन वीरांगनाओं को बहुत बधाई दें।"