नई दिल्ली। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला शहर में लगाए गए पोस्टर में लश्कर-ए-तैयबा ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के उरी हमले के पीछे उसी का हाथ था। लश्कर के इस दावे से पाक सरकार का झूठ सामने आ गया है।
उरी में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान भले ही उसमें अपने देश में पल रहे आतंकियों का हाथ होने से इन्कार करता रहा हो लेकिन अब सच दुनिया के सामने आ गया है।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक, पोस्टरों में गुजरांवाला के रहने वाले मुहम्मद अनस को हमले का जिम्मेदार बताया गया है। अनस अबू सिराका के नाम से ऑपरेट करता था।
अखबार के मुताबिक, लोगों को लश्कर की नमाज में बुलाया जाता था। पोस्टर में अनस को लश्कर-ए-तैयबा का शेर दिल पवित्र योद्धा बताया गया है, जिसने 177 हिंदू सैनिकों को नर्क में भेजा।
पोस्टरों में जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद की भी फोटो लगी हुई है। वह लश्कर का प्रमुख है।पोस्टर में हमले की जिम्मेदारी लेने के अलावा उस दौरान मारे गए एक आतंकी के लिए नमाज के आयोजन की भी जानकारी दी गई है। यह नमाज लश्कर के सरगना हाफिज सईद की मौजूदगी में पढ़ी जाएगी।
बता दें कि, 18 सितंबर को उड़ी के आर्मी ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर सीमापार से घुसे आतंकियों ने हमला किया था। इसमें 20 जवान शहीद हुए थे। आर्मी के ऑपरेशन में चारों आतंकियों को मार गिराया गया था।
भारत ने जैश को जिम्मेदार बताया था
उरी हमले के पीछे भारत ने जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार बताया था। उरी हमले में किस आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है, इसको लेकर एनआईए अभी भी जांच कर रही है। लेकिन गुजरांवाला में लगे पोस्टर काफी कुछ बयां कर रहे हैं।