मोदी सरकार के नागरिकता संशोधन कानून का विरोध हो रहा है। दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में एक महीने से महिलाएं इस कानून का विरोध कर रही हैं। वहीं यूपी के लखनऊ और कानपुर में भी इस कानून का विरोध शुरू हो गया है। सीएए के विरोध में एआईएमआईएम नेता और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने भी बड़ा बयान दिया था। इस बयान को देखते ही एंकर रुबिका लियाकत ने चुप्पी तोड़ दी और ट्विटर पर ही ओवैसी के बयान का विरोध किया है।
नागरिकता कानून का विरोध तमाम विपक्षी दल कर रहे हैं। इस कानून के तहत तीन देशों की नागरिकता सिर्फ छह धर्म के लोगों को देने का विरोध कर रहे नेता इसे पक्षपात और बांटने वाला कानून बता रहे हैं। वहीं दूसरी ओर विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि जो आपसे कागज मांगे, आप उससे कागज मांगो। ओवैसी ने कहा था कि चारमीनार हो या कुतुबमीनार, सब उनके पूर्वजों ने ही बनाया है, ऐसे में उनको नागरिकता का सबूत देने की जरूरत क्या है।
अकबरुद्दीन ओवैसी का बयान देखते ही एंकर रुबिका लियाकत ने चुप्पी तोड़ दी। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि अकबर ओवैसी इस देश की सीरत ऐसी नहीं है कि किसी पर हमला करे। रुबिका ने कहा कि ये देश दुनिया के नक्शे में बेहतरीन जगह पर है। एंकर ने कहा कि खान-पान से लेकर आबो हवा और संस्कृति अच्छी होने की वजह से लोग इसी लालच में यहां आए। उन्होंने ओवैसी को सलाह देते हुए कहा कि इस सरजमीं का उनको शुक्रगुजार होना चाहिए।