भारतीय जनता पार्टी के नेता कैलाश विजयवर्गीय पार्टी में अहम स्थान रखते हैं। वो बंगाल के प्रभारी भी हैं और मध्य प्रदेश के बड़े नेता माने जाते हैं। कुछ समय पहले वो अपने बेटे की वजह से चर्चा में आए थे। उनके बेटे ने मध्य प्रदेश में नगर निगम अफसरों से बदसलूकी की थी। हालांकि एक बाद फिर से कैलाश चर्चा में आ गए हैं। इस बार उनके चर्चा में आने का कारण पोहा खाने का तरीका है जिसको उन्होंने बांगलादेशियों से जोड़ दिया है। उनके इस बयान पर एंकर रोहित सरदाना ने चुप्पी तोड़ दी है।
नागरिकता संशोधन कानून का विरोध हो रहा है। इसी बीच एनआरसी की चर्चा भी हो रही है और बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत से निकालने की बात भी हो रही है। हालांकि इसी बीच कैलाश विजयवर्गीय ने एक बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि वो अपने घर पर कार्य कर रहे कुछ मजदूरों के पोहा खाने के तरीके से समझ गए कि वो बांग्लादेशी हैं। उनके इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है।
कैलाश विजयवर्गीय अपने पोहा वाले बयान से ट्रोल हो रहे हैं। वहीं दूसरे राजनीतिक दल भी उनको घेर रहे हैं। इसी बीच एंकर रोहित सरदाना ने भी उनके बयान पर चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा है कि जब पोहा खिलाकर ही आपको बांग्लादेशियों की पहचान करनी थी तो एनआरसी का रायता फैलाने की क्या जरूरत थी।