नई दिल्ली। पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों की फांसी पर स्टे लगा दिया है। कोर्ट के फैसले के बाद निर्भया की मां आशा देवी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार नहीं चाहती है कि दोषियों को फांसी हो। आशा देवी ने कहा, 'फांसी में देरी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। दोषियों को फायदा क्यों मिल रहा है। मेरी बेटी की हत्या हुए सात साल हो गए, लेकिन आज भी मैं न्याय के लिए लड़ रही हूं। यह सरकार की गलती है। मैं एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट जा रही हूं बस. मुझे क्यों सजा दी जा रही है।'
पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया केस के एक अन्य दोषी मुकेश सिंह की याचिका पर सुनवाई के दौरान दोषियों की फांसी पर स्टे लगा दिया है। जिसका मतलब है कि अब 22 जनवरी को दोषियों को फांसी नहीं दी जा सकती है। वहीं कोर्ट ने इस मामले में जेल अधिकारियों से रिपोर्ट भी मांगी है। कोर्ट ने कहा है कि जेल अधिकारियों को यह रिपोर्ट देनी होगी कि वे 22 जनवरी को फांसी नहीं देंगे। मामले में दिल्ली सरकार ने गुरुवार को कोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल की जिसमें मुकेश की अर्जी को खारिज कर एलजी के पास भेज देने की बात कही गई है। अब कोर्ट ने जो विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, उसमें सभी जानकारियों को दिल्ली सरकार और जेल अथॉरिटी को कोर्ट में देना होगी।