नई दिल्ली। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन (केएससीएफ) ने हैदराबाद में एक पशु-चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद जघन्य हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए राज्य सरकार से महिलाओं की सुरक्षा को तत्काल रूप से सुनिश्चित करने के लिए स्पीडी ट्रायल की व्यवस्था करने की अपील की है। केएससीएफ ने बुधवार को कहा है कि महिला सुरक्षा के प्रति आम लोगों में एक संदेश जाए, इसलिए समयबद्ध तरीके से ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल सुनवाई और कार्रवाई की सख्त जरूरत है।
केएससीएफ ने कहा कि संसद द्वारा पारित नया कानून एक समय-सीमा के भीतर न्याय के लिए स्पीडी ट्रायल का प्रावधान करता है, इसीलिए राज्य सरकार को संदेश देने के लिए नये प्रावधानों के तहत प्रभावी ढंग से काम करने की जरूरत है। इससे महिलाओं के खिलाफ किसी भी अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और प्रशासन एवं समाज इस तरह के मामलों में सख्त रुख अपनाएगा।
केएससीएफ ने कहा,‘‘ हम तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से आग्रह करते हैं कि वह दो महीने के भीतर इसे पूरा करने के लिए नामित अदालत में मुकदमे के लिए स्पीडी ट्रायल की व्यवस्था करें और ऐसे मामलों में स्पीडी ट्रायल के उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के फैसले को लागू करना सुनिश्चित करें।’’ केएससीएफ ने कहा,‘‘ किसी भी अपराध के खिलाफ विद्रोह एक स्पष्ट प्रदर्शन है।
समाज चाहता है कि सरकार और न्यायपालिका तुरंत और प्रभावी ढंग से यह स्थापित करने के लिए कार्य करे। वक्त का तकाजा है कि हम जल्दी से जल्दी किसी भी कार्य को अंजाम तक पहुंचाएं।’’ केएससीएफ ने पिछले दिनों ‘बलात्कार मुक्त भारत’ बनाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान विश्व स्तर पर इस बात को तस्दीक करने का काम करेगा कि भारत में महिलाओं को न केवल सम्मान दिया जाता है, बल्कि वे सुरक्षित भी हैं। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक पशु-चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई जिसके बाद से पूरे देश में इस घटना को लेकर आक्रोश का माहौल है।