नई दिल्ली। राज्यसभा में दिल्ली सरकार पर आरोप प्रत्यारोप को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विजय गोयल और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह के बीच आज तीखी नोंकझोंक हुयी। सदन में राष्ट्रीय राजधानी के अनधिकृत कालोनियों को मान्यता देने सम्बन्धी विधेयक पर चर्चा के दौरान दोनों सदस्यों के बीच नोंकझोंक हुयी। गोयल के आरोपों का सिंह और उनके पार्टी के सदस्यों ने कड़ा विरोध किया। पीठासीन उपसभापति सत्य नारायण जटिया ने कहा कि यह संघर्ष का मैदान नहीं है। यहां निष्कर्ष निकाला जाता है। चर्चा अच्छे माहौल में होना चाहिये। उन्होंने कहा कि कार्यवाही से अपत्तिजनक बातों को हटा दिया जायेगा।
इससे पहले संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली और केन्द्र में भाजपा की सरकारों के होने के बावजूद अनाधिकृत कालोनियों को नियमित नहीं किया गया। दिल्ली विधानसभा का चुनाव निकट आ गया है तब विधेयक पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार लोगों को मुफ्त बिजली, पानी और बस यात्रा की सुविधा उपलब्ध करा रही है। इसके साथ ही लोगों को तीर्थ यात्रा कराया जा रहा है। बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही है। स्कूलों में वातानुकूलित कमरों का निर्माण कराया गया है और मोहल्ला क्लीनिक की स्थापना की गयी है।
भाजपा के विजय गोयल ने कहा कि अनाधिकृत कालोनियों को नियमित किये जाने से करीब 50 लाख लोगों को फायदा होगा और उन्हें मकान का अधिकार मिलेगा। दिल्ली में 1731 अनाधिकृत कालोनी हैं जिसमें करीब दस लाख मकान बने हुये हैं। यहां झुग्गी - झोपड़ी में 20 लाख लोग रहते हैं जबकि पांच लाख लोग सड़कों पर रात गुजारते हैं। उन्होंनें कहा कि दिल्ली में नाली, सड़क, सीवर, बिजली, स्वास्थ्य और प्रदूषण की समस्या है। उन्होंने कहा कि मकानों के अधिकृत होने से लोगों को रिण मिलेगा और वे अपने मकानों का विस्तार कर सकेंगे।