नई दिल्ली। स्वीडन की महारानी सिल्विया ने आज एक प्रतिनिधिमंडल के साथ यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का दौरा कर वृद्धों की देखभाल, उपचार और स्मृतिलोप के इलाज की विधियों के बारे में जानकारी हासिल की। यह वर्ष स्वीडन-भारत का स्वास्थ्य वर्ष है और दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में हुए सहमति पत्र की दसवीं वर्षगांठ मना रहे हैं। महारानी सिल्विया ने एम्स के निदेशक प्रोफेसर रणदीप गुलेरिया की मौजूदगी में चिकित्सकीय सेवाओं के लिए एम्स की ओर से किए जा रहे प्रयासों तथा वृद्धावस्था के क्षेत्र में नवाचारों और शोध कार्यों की सराहना की।
उन्होंने अपनी फाउंडेशन ‘सिल्वियाहेमेट’ के जरिए वृद्ध लोगों की देखभाल और उनके स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए, नर्सां को प्रशिक्षण देने और अन्य स्वास्थ्य विधियों के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है। प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न क्षेत्रों में एम्स के साथ सहयोग करने की इच्छा जाहिर की है। इस मौके पर प्रोफेसर गुलेरिया ने बताया कि स्वीडन और राजधानी दिल्ली तथा जोधपुर के एम्स के बीच एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसके तहत नवाचार और स्वास्थ्य सेवाओं तक शीघ्र पहुंच बनाने में सहयोग दिया जाएगा।