नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सीमा सुरक्षा बल को आगाह किया है कि वह करतारपुर गलियारे की सुरक्षा को लेकर विशेष रूप से सतर्कता बरते और दुश्मन के नापाक इरादे कामयाब नहीं होने दे। राय ने रविवार को यहां बीएसएएफ के 55वें स्थापना दिवस के मौके पर समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले जवानों को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी और कहा कि पूरा देश अपने इन वीर जवानों के पराक्रम तथा शौर्य पर गर्व करता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में सरकार ने केन्द्रीय बलों के जवानों की सेवानिवृत्ति की आयु भी बढ़ा कर 60 वर्ष करने तथा जवानों को साल के सौ दिन उनके परिवार के साथ बिताने की अनुमति देने का फैसला किया है। सभी जवानों को जम्मू कश्मीर में ड्यूटी के लिए हवाई जहाज से जाने की छूट दी गयी है। सरकार ने अर्द्धसैन्य बल वेतन पैकेज के तहत बैंकों द्वारा दिये जाने वाले व्यक्तिगत बीमा की राशि बढ़ा कर 30 लाख रुपए कर दी है। इसके अलावा कई अन्य यथासंभव सुविधाएं देने का फैसला किया गया है।
राय ने पंजाब में गुरदासपुर जिले में पाकिस्तान से लगती सीमा पर डेरा बाबा नानक के पास करतारपुर साहिब गलियारा की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए उन्हें लगातार चौकसी बनाये रखने और दुश्मन की किसी भी नापाक हरकत को कामयाब नहीं होने देने की ताकीद दी। उन्होंने बीएसएफ के जवानों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि जवानों की कड़ी चौकसी एवं मुस्तैदी के कारण दुश्मन को घुसपैठ या कोई वारदात करने के पहले कई बार सोचना पड़ता है। उन्होंने अर्द्धसैन्य बलों के आधुनिकीकरण के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि बीएसएफ को सभी आधुनिक हथियार मिलेंगे। इस अवसर पर उन्होंने परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली।
परेड में बीएसएफ के ऊंट एवं श्वान दस्तों का प्रदर्शन लाजवाब था। बल के महानिदेशक विवेक कुमार जौहरी भी मौजूद थे। गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही ने केन्द्रीय पुलिस बल के महानिदेशकों को निर्देश दिये हैं कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, बीएसएफ आदि सभी बलों में मानवसंसाधन नियोजन किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सात लाख जवानों को साल में कम से कम सौ दिन परिवार के साथ बिताने का मौका मिले। पाकिस्तान एवं बंगलादेश की सीमा की रखवाली के लिए बीएसएफ का गठन एक दिसंबर 1965 में किया गया था। इस समय यह दुनिया का सबसे बड़ा सीमा रक्षक बल है जो शांति काल में सीमाओं की रखवाली एवं प्रबंधन करता है।