चेन्नई। औद्योगिक रूप से विकसित राज्यों में शुमार तमिलनाडु ने पिछले 10 माह में 63 नए समझौता ज्ञापनों के माध्यम से 19,000 करोड़ रुपये का निवेश और 83,800 नई नौकरियां आकर्षित की है जो अपने आप में नया रिकॉर्ड है। मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने शनिवार को यहां निवेश और कौशल विकास कॉन्क्लेव का उद्घाटन करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा की इसी वर्ष जनवरी में आयोजित दूसरे वैश्विक निवेश सम्मेलन के आयोजन के कारण यह सब संभव हो सका। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु देश का सबसे विकसित औद्योगिक राज्य और दूसरी सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था है। पलानीस्वामी ने कहा कि पार्टी की दिवंगत नेता जे जयललिता की तमिलनाडु को विनिर्माण में अग्रणी बनाने के लिए दूरदृष्टि थी। उन्होंने कहा कि इस दृष्टि के अनुरूप, पहले वैश्विक निवेश सम्मेलन का वर्ष 2015 में आयोजन किया गया था।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इस साल जनवरी में जीआईएम का दूसरा संस्करण आयोजित किया जिसमें तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की प्रतिबद्धता जतायी गयी थी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सभी समझौता ज्ञापन परियोजनाओं के लिए समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अब तक 53 एमओयू परियोजनाओं ने वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर दिया है और 219 परियोजनाएं कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। उन्होंने कहा कि नए निवेश को आकर्षित करने के लिए उनकी सरकार लगातार काम कर रही है। पिछले दस महीनों में तमिलनाडु ने 63 नई परियोजनाओं को आकर्षित किया है जिसमें 19,000 करोड़ रुपये का निवेश और 83,800 नई नौकरियां मिलेंगी।