मुंबई। उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद ही शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे का रिश्ता भाई-भाई का है। संपादकीय में जहां शिवसेना ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे का रिश्ता भाई-भाई का बताया है। कहा गया है कि ऐसे में महाराष्ट्र के छोटे भाई और नए मुख्यमंत्री का साथ देने की जिम्मेदारी पीएम मोदी की बनती है।
इसके साथ ही राज्य पर पांच लाख करोड़ का कर्ज लादने के लिए फडणवीस को कोसा भी गया है। हालांकि केंद्र सरकार को भी सिरे से बख्शा नहीं गया है और अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने पर अंजाम 'भुगतने' की चेतावनी दी गई है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति में बीजेपी-शिवसेना में अन-बन है, लेकिन नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे का रिश्ता भाई-भाई का है। इसलिए महाराष्ट्र के छोटे भाई को प्रधानमंत्री के रूप में साथ देने की जिम्मेदारी मोदी की है।
प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं, सिर्फ एक पार्टी के नहीं होते। इसे स्वीकार करें तो जो हमारे विचारों के नहीं हैं, उनके लिए सरकार अपने मन में राग-लोभ क्यों रखे? महाराष्ट्र की जनता ने जो निर्णय दिया है, दिल्ली उसका सम्मान करे और सरकार की स्थिरता न डगमगाए, इसका खयाल रखे। इसके साथ ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तंज कसा है। आगे कहा गया है कि महाराष्ट्र जीता-जागता पुरुषार्थ है, यह पुरुषार्थ छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रेरणा से यहां की माटी के कण-कण में दिखाई देता है।
शिवसेना ने सामना में कहा कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार सत्य और न्याय की सारी कसौटियों पर खरी उतरकर स्थिर रहेगी। इसके अलावा बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच साल में राज्य पर पांच लाख करोड़ का कर्ज लादकर फडणवीस सरकार चली गई। इसलिए नए मुख्यमंत्री ने जो संकल्प लिया है, उस पर तेजी से और सावधानीपूर्वक काम किया जाएगा।