नई दिल्ली। सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए गांधी परिवार के सदस्यों से विशेष सुरक्षा दल का सुरक्षा कवच हटाने का निर्णय लिया है और अब सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को जैड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी। देश में केवल चार व्यक्तियों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गांधी परिवार के तीन सदस्यों को ही एसपीजी सुरक्षा हासिल थी लेकिन अब नये निर्णय के अनुसार केवल प्रधानमंत्री मोदी ही एसपीजी के सुरक्षा घेरे में रहेंगे। गांधी और गांधी मौजूदा लोकसभा में सांसद हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा भी राजनीति में सक्रिय हैं और वह कांग्रेस की महासचिव हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने आज यहां बताया कि गांधी परिवार के सदस्यों की सुरक्षा व्यवस्था और उनकी जान को खतरे की समीक्षा के आधार पर उनका एसपीजी सुरक्षा घेरा हटाने का निर्णय लिया गया है। सुरक्षा और खुफिया एजेन्सियों से भी इस बारे में जानकारी ली गयी थी। समीक्षा में इस बात पर भी गौर किया गया कि गांधी परिवार को अभी किसी तरह का सीधा खतरा नहीं है। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी की प्रधानमंत्री रहते हुए और उनके पुत्र राजीव गांधी की पूर्व प्रधानमंत्री रहते हुए हत्या की गयी थी। गांधी की हत्या के बाद 1988 में एसपीजी का गठन किया गया था।
उन्होंने बताया कि अब गांधी परिवार के सदस्यों को जैड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी जायेगी और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडो दस्ते को यह जिम्मेदारी दी जायेगी। गृह मंत्रालय ने हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा वापस लेकर उन्हें जैड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी थी। पूर्व प्रधानमंत्रियों पी वी नरसिंह राव, एच डी देवेगौड़ा और इन्द्र कुमार गुजराल की एसपीजी सुरक्षा पहले ही हटा दी गयी थी। इस बीच सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा समीक्षा में यह बात भी सामने आयी कि गांधी परिवार के सदस्य एसपीजी के साथ सहयोग नहीं कर रहे और मनमर्जी से एसपीजी के सुरक्षा घेरे को तोड़ रहे हैं।