कोलकाता। शहीद दिवस पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पहली बार एक रैली को संबोधित किया। रैली में भारी संख्या में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने धोखे से चुनाव जीता है। उन्होंने भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर रैली को विफल करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। ममता ने कहा कि भाजपा हमारे विधायकों को 2 करोड़ और पेट्रोल पंप देने का ऑफर दे रही है। ऐसा ही भाजपा ने कर्नाटक में भी किया। उन्होंने कहा कि अभी ट्रेन भाजपा के कब्जे में हैं, इसलिए उसने रोक रखा है, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि सूरज बादलों के पीछे से भी चमकता है।
ईवीएम, सीआरपीएफ और चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर जीता चुनाव
ममता बनर्जी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ईवीएम, सीआरपीएफ और चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर भाजपा ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश की जनता के साथ धोखा है। तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने लोगों से कहा कि प्रदेश की 42 संसदीय सीटों में 18 में जीत हासिल करने के बाद से भाजपा नेता तृणमूल कांग्रेस के कार्यालयों पर कब्जा करने की कोशिश में लगे हैं। ममता ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से बंगाल में आगामी पंचायत चुनाव बैलेट पेपर के जरिए कराने की मांग की है। तृणमूल कांग्रेस कोलकाता में हर साल 21 जुलाई को 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की याद में शहीद दिवस मनाती है। 21 जुलाई, 1993 को युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे। उस दौरान ममता बनर्जी यूथ कांग्रेस की नेता थीं।
भाजपा की ममता को चुनौती- ममता बनर्जी के भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप पर भाजपा नेता दिलीप घोष ने जवाब देते हुए कहा कि तृणमूल आरोप लगा रही है कि उसके विधायकों को हमने भाजपा में शामिल करने के बदले 2 करोड़ और एक पेट्रोल पंप की पेशकश की है। तृणमूल में ऐसा कोई विधायक नहीं है जो इतनी राशि का हकदार है। जनता को ये भी नहीं पता कि उनका विधायक कौन है। तृणमूल के विधायकों की कोई लोकप्रिता नहीं है। दिलीप घोष ने कहा कि वे ममता बनर्जी को चुनौती देते हैं कि अपने विधायकों को सामने लाएं जिन्हें ऐसा ऑफर किया गया है। घोष ने कहा, लोगों को तो ये भी पता नहीं कि उनके विधायक कौन हैं।