नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केंद्र सरकार से प्रदेश के 17 राज्य मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने तथा ‘नमामि गंगे परियोजना’ के तहत भेजे गए प्रस्तावों को जल्द स्वीकृत करने का अनुरोध किया है। रावत ने नीति आयोग की संचालन परिषद की बैठक में शामिल होने से पहले शनिवार को यहां इस संबंध में सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मुलाकात की। गडकरी से उन्होंने 17 राज्य मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने और ऋषिकेश बाईपास के लिए भूमि अधिग्रहण की लागत केन्द्र सरकार से वहन करने तथा शेखावत से ‘नमामि गंगे परियोजना’ के तहत राज्य सरकार के प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृत करने का आग्रह किया है। उन्होंने चार धाम परियोजना के तहत स्वीकृत ऋषिकेश बाई पास के लिए भूमि अधिग्रहण की लागत केंद्र सरकार द्वारा वहन करने और सड़क निधि के तहत 454 करोड रुपए मूल्य की 19 अतिरिक्त योजनाओं को स्वीकृति देने का आग्रह किया है।
उन्होंने राज्य के 17 राज्य मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने तथा हरिद्वार रिंग रोड़ को जल्द स्वीकृति देने का भी अनुरोध किया है। महाकुंभ मेला 2021 के लिए उन्होंने हरिद्वार में शहर में रिंग रोड़ के निर्माण को जरूरी बताया और कहा कि करीब 47 किलोमीटर लम्बे इस रिंग रोड पर 1566 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इसका डीपीआर कर दिया है और अब केंद्र द्वारा इसके निर्माण की स्वीकृति मिलनी है। शेखावत से उन्होंने नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत 802 करोड़ 95 लाख रुपए प्रस्तावों को स्वीकृत करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं में केदारपुरी क्षेत्र में सीवेज प्रबंधन, गंगा की सहायक नदियों सुसवा, कोसी, ढ़ेला, कल्याणी, भेला, पिलाखर, नन्दौर तथा किच्छा में गिरने वाले नालों के प्रदूषित जल के उपचार की आठ परियोजनाएं, गौरीकुण्ड, अगस्तमुनि तथा टनकपुर में सीवेज सहित कई अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।