नई दिल्ली। सामाजिक क्षेत्र ने सरकार से चालू वित्त वर्ष के बजट में महिला सुरक्षा, महिला स्वास्थ्य, शिशु एवं गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण के लिए आवंटन बढ़ाने, खुले में शौच से मुक्त पंचायतों की तर्ज पर कुपोषण मुक्त पंचायत घोषित किये जाने के प्रावधान करने के साथ ही जीवन शैली से जुड़ी बीमारियों से लोगों को बचाने के उद्देश्य से मीठे और नमकीन उत्पादों पर अधिक कर लगाने के सुझाव दिये हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण के साथ शुक्रवार को यहां सामाजिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने बजट पूर्व विचार-विमर्श में अपने सुझाव दिये।
प्रतिनिधियों ने शिक्षा और सफाई खासतौर से ग्रामीण महिलाओं के लिए स्वच्छता की व्यवस्था करने, महिलाओं की सुरक्षा मजबूत करने के लिए सुरक्षा की खामियों की पहचान करने के लिए ऑडिट कराने, शिशुओं और गर्भवती महिलाओं के पोषण के लिए अधिक बजटीय आवंटन करने, सभी जिलों में महिलाओं के लिए एक विशेष केन्द्र बनाने, स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे का विस्तार करने, मुफ्त दवाओं और डायगोनेस्टिक सुविधाओं का प्रावधान करने, चिकित्सा उपकरणों पर करों को तर्कसंगत बनाने, द्वतिीय और तृतीय स्तर की स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सरकारी निजी भागीदारी को बढ़ावा देने, इलेक्ट्रॉनिक और परिवहन संपर्क के आधार पर क्लस्टर आधारित मॉडल स्कूल बनाने, 10वीं के बाद छात्रवृत्ति योजना के लिए आवंटन बढ़ाने, पुरस्कार शुरू करके अध्यापकों के योगदान को बढ़ावा देने, बाल श्रम को संरक्षण प्रदान करने के लिए
निवेश करने, फल और सब्जियां खाने को बढ़ावा देने, मीठे और नमकीन उत्पादों पर अधिक कर लगाने, स्वच्छता आदतों को प्रोत्साहित करने, ग्रामीण मल संबंधी प्रबंधन नीति बनाने, युवाओं में सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा देने, गंदा पानी को रिसाइकल करने और वर्षा जल से सिंचाई के लिए वित्तीय प्रोत्साहन देने, खुले में शौच मुक्त पंचायतों की तर्ज पर कुपोषण मुक्त पंचायतें घोषित करने की व्यवस्था करने, विशेष स्कूलों और पुनर्वास केन्द्रों के लिए बजटीय आवंटन में वृद्धि करने की सलाह भी दी गयी है। सीतारमण ने प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुये कहा कि सामाजिक बुनियादी ढांचा क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं में सार्वजनिक निवेश लोगों के जीवन की गुणवत्ता का एक प्रमुख कारक है। सरकार शैक्षणिक स्तर में सुधार, युवाओं के कौशल विकास, नौकरियों के अवसर बढ़ाने, बीमारियां कम करने, महिलाओं को अधिकार सम्पन्न बनाने और समग्र विकास के लिए मानव विकास में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध है।