ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश में आठ दिन पहले लापता हुए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के परिवहन विमान ए एन-32 की सघन तलाश एवं बचाव अभियान सोमवार को भी जारी रही लेकिन इस विमान चालक दल के आठ सदस्यों समेत 13 लोगों के बारे में अबतक कुछ भी पता नहीं चल सका है। गुवाहाटी स्थित सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल पी खोंगसाई ने एक वक्तव्य में कहा,‘‘हेलीकाप्टरों और सी-130 की मदद से दिन में व्यापक रूप से हवाई सर्वेक्षण तथा तलाश अभियान चलाये गये। लेकिन अभीतक कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है।’’ उन्होंने कहा कि लापता विमान का पता लगाने के लिए यूएवी की मदद से रात में भी तलाश अभियान जारी रहेगा। खराब मौसम की वजह से रविवार को हेलीकॉप्टरों के जरिये तलाश अभियान बाधित रहा था।
इस बीच अरूणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बी डी मिश्रा, जो सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली के दौरे पर थे, ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की तथा सशस्त्र बलों की ओर से राज्य में किये गये विभिन्न प्रयासों तथा लापता विमान एएन-32 के बारे में बातचीत की। राजभवन की ओर से जारी विज्ञप्ति में यहां कहा गया,‘‘राज्यपाल ने राज्य के रणनीतिक क्षेत्र में लापता एएन 32 विमान के बारे में चर्चा की। उन्होंने राज्य सरकार की पहल के बारे में भी रक्षा मंत्री को अवगत कराया।’’ गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सियांग, पश्चिम सियांग, लोअर सियांग और शि-योमी जिलों के जिला प्रशासनों से लापता विमान का पता लगाने के लिए तलाश अभियान को तेज करने का निर्देश दिया था।
इन जिलों के उपायुक्त (डीसी) भारतीय वायुसेना के साथ समन्वय कर लापता विमान की तलाश में हरसंभव मदद प्रदान कर रहे हैं। लापता विमान को खोजने के अभियान में हर संभव साधन के साथ आईटीबीपी, सिविल प्रशासन और स्थानीय आबादी के सदस्य भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि ए एन-32 विमान ने गत सोमवार को दिन में 12 बजकर 25 मिनट पर जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी सियांग जिले स्थित मेचुका एडवांस लैंडिग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी। दिन में एक बजे इस विमान का नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूट गया। विमान में वायु सेना के 13 जवान और अधिकारी सवार थे।