नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी के मेहमानों को ‘डरा-धमकाकर’ लौटा दिये जाने की घटना पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए रविवार को कहा कि इससे द्विपक्षीय संबंध पटरी से और उतरेंगे। भारत ने इस घटना की जांच की मांग भी पाकिस्तान से की है। भारतीय उच्चायोग ने आज जारी एक बयान में कहा कि सांसदों, सरकारी अधिकारियों, राजनयिकों, कारोबारियों और मीडियाकर्मियों सहित 300 से अधिक पाकिस्तानी मेहमानों को सुरक्षा एजेंसियों ने डरा-धमकाकर इफ्तार पार्टी से भगा दिया।
इतना ही नहीं आयोजन स्थल ‘होटल सेरेना’ के बाहर मुख्य मार्ग पर तैनात सुरक्षा बलों ने अधिकारियों और उच्चायोग के राजनयिकों को डराया धमकाया। उच्चायोग ने कहा है, ‘‘एक जून को हुई यह निराशाजनक घटना न केवल राजनयिक मानकों का उल्लंघन है, बल्कि सभ्य व्यवहार के खिलाफ भी है।’’ सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी एजेंसियों ने होटल सेरेना में आयोजित इस इफ्तार पार्टी में आ रहे सैकड़ों मेहमानों को वापस भेज दिया। यही नहीं जो लोग अंदर जा चुके थे, उनकी गाड़यिां भी उठवा दी गईं। साथ ही उनका उत्पीड़न भी किया गया। भारतीय उच्चायोग के मेहमानों को फोन पर भी धमकियां दी गईं। पाकिस्तानी एजेंसियों ने आमंत्रित लोगों को गुप्त नंबरों से फोन किया और भारत की ओर से आयोजित इफ्तार में शामिल होने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी।