नई दिल्ली। देश में साइक्लिंग की स्थिति में सुधार लाने तथा इसके सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरण फायदों के बारे में लोगों को जागरुक बनाने के उद्देश्य के साथ हीरो साइकिल्स ने नीति आयोग के साथ साझेदारी में एक सार्वजनिक साइकल रैली राइट टू राइड को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। स्थाई परिवहन को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित विश्व साईकिल दिवस यानि 2 जून को ऐतिहासिक इंडिया गेट पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
हीरो साइकिल्स के अधिकारियों ने सुबह 6 बजे 10 किलोमीटर की इस रोचक रैली की शुरूआत की। रैली में महिलाओं,पुरूषों एवं बच्चों सहित 500 से अधिक साइक्लिस्ट्स शामिल हुए। हीरो साइकल्स के प्रवक्ता ने बताया कि सभी साईकिल प्रेमियों को एक ही मंच पर लाने तथा साइक्लिंग के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, ताकि लोगों को पर्यावरण के अनुकूल परिवहन के इस साधन के बारे में जागरुक बनाया जा सके।
जनवरी 2019 में द एनर्जी एण्ड रिसोर्स इंसटीट्यूट (टेरी) द्वारा जारी एक अध्ययन के अनुसार अगर छोटी दूरी की यात्रा के लिए दोपहिया एवं चार-पहिया वाहनों के बजाए साइकल को अपनाया जाए तो सालाना 1.8 खरब रुपए की बचत की जा सकती है जो साल 2015-16 के लिए भारत के सालाना सकल घरेलू उत्पाद के 1.6 फीसदी के बराबर है।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय सड़कों पर सुरक्षित साइक्लिंग के मुद्दों पर भी रोशनी डाली गई और कंपनी के मौजूदा अभियान ‘रोड पे दिखेगी तभी तो चलेगी’ के बारे में भी चर्चा की गई। दिल्ली के अलावा अन्य शहरों में इस अभियान का आयोजन किया गया। सड़कों पर फिर से साइकिलों को उतारना तथा साइक्लिंग के लिए अलग लेन की आवश्यकता पर ज़ोर देना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।