नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान तथा बाद में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को संदेहास्पद स्थिति में एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाना और इस बारे में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है। अंजान ने बुधवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि चुनाव आयोग को यह देखना चाहिए कि चुनाव निष्पक्ष होने के साथ साथ इसकी निष्पक्षता पर जनता का भरोसा बना रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को संदेहास्पद स्थिति में इधर से उधर ले जाया गया लेकिन इस पर आयोग ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।
इसके अलावा विभिन्न मुद्दों पर आयोग की खामोशी चिंताजनक है। यह लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती है। भाकपा नेता ने कहा कि कई बार सरकार की नीतियों से सहमत नहीं होने पर विपक्षी दल संसद और विधानसभाओं की बैठकों का बहिष्कार करते हैं या सदन का बहिगर्मन करते हैं और सरकार द्वारा बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठकों का बहिष्कार करते हैं। चुनाव आयोग जिस तरह काम कर रहा है उससे आने वाले समय में कहीं विपक्षी दल आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली बैठकों का बहिष्कार न करने लगें। चुनाव आयोग को इस ओर ध्यान देना होगा अन्यथा दुनियाभर में देश की इस प्रतिष्ठित संस्था की छवि धूमिल होगी। अंजान उत्तर प्रदेश के घोसी लोकसभा क्षेत्र से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार हैं।