नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के दो युद्धपोत -आईएनएस कोलकाता और आईएनएस शक्ति, चीन की नौसेना के 70वें वर्षगांठ समारोह के सिलसिले में 21 अप्रैल को हो रहे अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में चीन के किंगदाओ में मौजूद रहेंगे। किंगदाओ में आईएफआर में भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेश निर्मित स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस कोलकाता और फ्लीट स्पोर्ट पोत आईएनएस शक्ति द्वारा किया जायेगा।
आईएनएस कोलकाता नौसेना युद्ध के सभी आयामों में खतरों से निपटने के लिए अत्याधुनिक हथियारों और संवेदकों से लैस है। आईएनएस शक्ति एक पुन:पूर्ति पोत है जो 27000 टन से अधिक डिसप्लेस करने वाले सबसे बड़े टैंकरों में से एक है और यह 15 हजार टन तरल माल तथा खाद्यानों एवं गोला बारूद सहित 500 टन से अधिक ठोस माल ढो सकता है।
भारतीय नौसेना के सबसे शक्तिशाली विध्वंसक एवं बहुमुखी फ्लीट स्पोर्ट पोत की यात्रा भारत की शक्ति, पहुंच और स्वदेशी पोत निर्माण क्षमता के अतिरिक्त निरन्तरता को भी प्रदर्शित करती है। भारतीय नौसैनिक पोतों के चीन प्रवास के दौरान प्रतिभागी नौसेनाओं के अधिकारियों के बीच परस्पर बातचीत, चीनी नौसेना के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों तथा सरकारी अधिकारियों के साथ शिष्टाचार वार्ता, व्यावसायिक आदान-प्रदान तथा विभिन्न प्रकार की खेल स्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा।
भारतीय युद्धपोतों को देश की नौसेना के पराक्रम एवं भारत की युद्धपोत निर्माण क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए चीनी नौसेना के अधिकारियों एवं स्थानीय लोगों के अवलोकन के लिए खोला जायेगा। युद्धपोतों की परेड में इन जहाजों के भाग लेने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिेग द्वारा 23 अप्रैल को इनका पुनरावलोकन किये जाने का कार्यक्रम है। अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू (आईएफआर) नौसेना जहाजों, विमानों एवं पनडुब्बियों का एक परेड है और इसका आयोजन राष्ट्रों द्वारा सद्भावना को बढ़ावा देने, सहयोग को मजबूत बनाने और उनकी संगठनात्मक क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।
आईएफआर विश्व की नौसेनाओं के लिए उनकी क्षमता और स्वदेशी जहाज डिजाइन तथा जहाज निर्माण क्षमताओं को एक वैश्विक/अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में प्रदर्शित करने के एक आदर्श मंच का भी काम करती है। भारत द्वारा फरवरी 2016 में विशाखापट्टनम आयोजित दूसरे आईएफआर में लगभग 100 जंगी जहाजों के साथ 50 देशों की नौसेनाओं की शानदार भागीदारी देखी गई थी।