नई दिल्ली। मथुरा से बीजेपी उम्मीदवार हेमा मालिनी ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के मुसलमानों पर दिए बयान पर टिप्पणी की है। हेमा मालिनी ने कहा - तीन तलाक के मामले में बहुत सारे अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाएं और लोग हमारे साथ आएं थे। लेकिन वो हमारा समर्थन ना भी करें तो भी हमें सबकी मदद करनी चाहिए। हमारे लिए ये मायने नहीं रखना चाहिए कि हमें कौन वोट देता है और कौन नहीं देता है। हमें सबकी मदद करनी चाहिए। इस तरह की भावनाएं मेरे अंदर नहीं है और नाही मेरे मन में ऐसे विचार आते हैं। सब लोग अलग होते हैं। मेनका गांधी का एक वीडियो वायरल हुआ था।
जिसमें वो कह रही हैं, 'मैं जीत रही हूं लोगों की मदद.. लोगों के प्यार से मैं जीत रही हूं लेकिन अगर मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा क्योंकि इतना मैं बता देती हूं कि फिर दिल खट्टा हो जाता है, फिर जब मुसलमान आता हैं काम के लिए.. फिर मैं सोचती हूं कि नहीं रहने दो क्या फर्क पड़ता है.. आखिर नौकरी एक सौदेबाजी भी तो होती है.. बात सही है कि नहीं है? ये नहीं कि है हम लोग सब महात्मा गांधी की छठी औलाद हैं कि हम लोग आएं.. केवल देते ही जाएंगे.. देते ही जाएंगे.. और इलेक्शन में मार खाते जाएंगे.. सही है बात कि नहीं सही है?'