29 Mar 2024, 04:21:42 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » National

लोकसभा चुनाव - 6 राज्य जहां खेल बिगड़ा तो बीजेपी को होगा नुकसान

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Apr 12 2019 2:09PM | Updated Date: Apr 12 2019 2:10PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

नई दिल्‍ली। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर घमासान चरम पर पहुंच चुका है। विपक्षी पार्टियां भाजपा को हराने के लिए लामबंद होने लगी हैं तो वहीं भाजपा सत्ता में दोबारा आने के लिए लगातार नई रणनीति बना रही है। उसने विभिन्न राज्यों में सहयोगियों के साथ गठबंधन को तेजी से आगे बढ़ाया है। महाराष्ट्र में जहां उसने 30 साल पुराने दोस्त शिवसेना के साथ फिर दोस्ती की है, वहीं तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और पीएमके के गठजोड़ में शामिल हो गई है। 
 
इसके बावजूद भाजपा के लिए 2019 चुनाव की राह आसान नहीं है। जिन बड़े प्रदेशों ने 2014 में भाजपा को सत्ता में पहुंचाया उन जगहों पर इस बार भाजपा की अग्निपरीक्षा है। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। इसने पार्टी पर दबाव बेहद बढ़ा दिया है। नजर डालते हैं ऐसे बड़े राज्यों पर जो उसकी जीत का रास्ता तय करेंगे साथ ही यहां भाजपा को कड़े इम्तेहान से भी गुजरना है।
 
उत्तर प्रदेश - 80 सीटें
सीटों के लिहाज से उत्तप्रदेश पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। आबादी के लिहाज से यहां सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं। पिछली बार भाजपा ने यहां जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 71 सीटों पर कब्जा जमाया था। पीएम मोदी ने खुद वाराणसी से चुनाव लड़ा और संसद पहुंचे। इस बार एक अरसे बाद यूपी में सपा और बसपा साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और तमाम सर्वे में भाजपा को कम सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। सर्वे की मानें तो सपा-बसपा गठबंधन 50 से 60 सीटों पर कब्जा जमा सकता है। अगर अनुमान सही निकला तो भाजपा के लिए सत्ता तक पहुंचना मुश्किल होगा। 
 
महाराष्ट्र - 48 सीटें
ये राज्य भाजपा के लिए किस कदर महत्वपूर्ण इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उसने लंबे समय से नाराज चल रहे दोस्त शिव सेना को मनाना पड़ा। समझौते के तहत भाजपा 25 और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दोनों मिलकर फिर से 2014 का जलवा दोहरा सकते हैं। दोनों मिलकर इसके आसपास का आंकड़ा फिर हासिल कर सकते हैं। 
 
मध्यप्रदेश  - 29 सीटें
राज्य भाजपा के लिए इस बार कड़ी परीक्षा लेने जा रहा है। 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 15 साल से काबिज भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया। सबसे बड़ा कारण सवर्ण आंदोलन को माना गया। 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 में से 27 सीटों पर कब्जा जमाया था। लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार का असर लोकसभा चुनाव में भी दिख सकता है। अगर 2019 में इसी पैटर्न पर वोटिंग हुई तो भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
 
गुजरात - 26 सीटें
2014 चुनाव में मोदी लहर के चलते भाजपा ने गुजरात में भी भगवा परचम लहराया। भाजपा ने सभी 26 सीटों पर कब्जा किया। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता हासिल करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। इस लिहाज से 2019 चुनाव में इस राज्य में भाजपा को थोड़ा बहुत नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। करीब दो दशकों से यहां की जनता भाजपा पर भरोसा जताता आ रही है। 
 
कर्नाटक - 28 सीटें
28 सीटों वाला राज्य भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। भाजपा के लिए इस बार कड़ा इम्तिहान है। 2014 में पार्टी ने यहां 17 सीटें जीती थीं। गौर करने लायक बात है कि बेल्लारी लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को हार मिली थी। लेकिन हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया पर बहुमत से कुछ सीटें दूर रह गई।  कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने उसका खेल बिगाड़ दिया। 2019 चुनाव में भाजपा के सामने पुराने प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती होगी। 
 
राजस्थान - 25 सीटें
इस राज्य में भी भाजपा को 2018 में तगड़ा झटका मिला। विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत और सचिन पायलट की अगुवाई में कांग्रेस ने पांच साल बाद सत्ता में वापसी की। 2014 की मोदी लहर में भाजपा ने यहां सभी 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार इस प्रदर्शन को दोहरा पाना बेहद मुश्किल होगा।  
 
इन राज्यों में कुल 224 सीटें
इन 6 राज्यों में सीटों के लिहाज से देखें तो भाजपा को 2014 के आसपास के प्रदर्शन को दोहराना होगा तभी उसका दोबारा सत्ता पाने का लक्ष्य पूरा होगा। 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »