कोयंबटूर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके राष्ट्रवादी होने पर सवाल करने वाले कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर पलटवार करते हुए कहा कि वह राष्ट्रवादी थे, हैं और आगे भी रहेंगे। साथ ही उन्होंने पूछा कि राष्ट्रवादी होना कोई अपराध है क्या? मोदी ने यहां चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा,‘‘इन दिनों मुद्दाविहीन विपक्ष ने यह सवाल पूछना शुरू कर दिया है कि मोदी क्यों राष्ट्रवाद की बात कर रहे हैं।’’ उन्होंने लोगों से जानना चाहा कि क्या राष्ट्रवादी होना कोई गुनाह है क्या? साथ ही उन्होंने कहा,‘‘हम राष्ट्रवादी थे, हैं और रहेंगे।’’ प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के घोषणापत्र की कड़ी आलोचना करते हुए इसे ऐसा दस्तावेज बताया जिसका भारत विरोधी सभी ताकतें इंतजार कर रही थीं। उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस के घोषणापत्र ने आतंकवादियों को बहुत खुश किया।
कांग्रेस के घोषणापत्र में साफ लिखा है- जमानत नियम है और जेल अपवाद है राष्ट्रवाद के पहलू पर भरोसा करते हुए, मोदी ने कहा कि इसका मतलब है ‘भारत माता की जय।’ उन्होंने कहा कि अगर मैं ‘भारत माता की जय’ कहता हूं लेकिन जब मेरी मातृभूमि दुख में है, तब मेरा राष्ट्रवाद कैसे उचित है? उन्होंने पूछा,‘‘अगर मैं स्वच्छ भारत देने की कोशिश करता हूं, तो क्या यह राष्ट्रवाद नहीं है।’’ तमिलनाडु में पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं को लेकर मोदी ने कहा कि जिन्होंने 18 साल की उम्र पार कर ली है उन्हें 18 अप्रैल को मतदान करना है। उन्होंने कहा,‘‘ मैं पहली बार वोट डालने वाले सभी मतदाताओं का स्वागत करता हूं और उनसे अपील करता हूं कि वे अपने पहले वोट का इस्तेमाल करें ताकि मेहनती किसान का जीवन बेहतर हो जाए। सत्य और स्थिरता की शक्ति के लिए अपना पहला वोट डालें। महिला नेतृत्व वाले विकास का समय आ गया है। उज्ज्वला योजना के सात करोड़ लाभार्थियों में से अधिकांश महिलाएं हैं।
’’ उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार मध्यम वर्ग के अवसरों को व्यापक बनाने की दिशा में काम कर रही है ऐसे में विपक्षी कांग्रेस और द्रमुक मध्यम वर्ग पर बोझ डालने की योजना बना रही है। उन्होंने कांग्रेस पर मध्यम वर्ग का विरोधी होने का भी आरोप लगाया। मोदी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि,‘‘ चिदंबरम ने कहा कि मध्यम वर्ग मूल्य वृद्धि पर चिंतित क्यों है? वह आश्चर्यचकित नहीं हैं कि उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र समिति का नेतृत्व किया है। यह पढ़कर मैं चौंक गया। लेकिन, जब मैंने देखा कि चिदंबरम ने अपनी घोषणापत्र समिति का नेतृत्व किया, तो मुझे आश्चर्य नहीं हुआ।’’ प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘ आखिरकार, जमानत मिलना उनके अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही यह भी भूलने की बात नहीं है कि उनके बॉस भी कर चोरी मामले में जमानत पर हैं।