नई दिल्ली। अमेरिका का हेवीलिफ्ट चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के बेड़े में आज शामिल हो गया। समारोह के दौरान एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने पाकिस्तानी वायु सेना पर तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तानी वायुसेना अध्यक्ष फाइटर जेट के कॉकपिट में पीछे बैठते हैं, वह पायलट के पीछे बैठते हैं। इंडक्शन समारोह के दौरान एयर चीफ मार्शल ने कहा, देश इस समय सुरक्षा की चुनौतियों को शामिल कर रहा है, हमें एक ऐसी लिफ्ट क्षमता की जरूरत थी जो कि दुर्गम इलाकों में हथियार और गोला बारूद पहुंचा सके। चिनूक हेलीकॉप्टर राष्ट्रीय संपत्ति है।
राफेल को सर्वोत्तम विमान बताते हुए धनोआ ने कहा कि एक बार राफेल भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जाता है तो पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पास भी आने की हिम्मत नहीं करेगा। 36 राफेल विमानों की डील का पहला विमान सितंबर में भारतीय वायुसेना को मिलेगा। सितंबर में जैसे ही भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होगा हमारी वायु शक्ति काफी बढ़ जाएगी।
उन्होंने कहा कि राफेल के शामिल हो जाने से अति दुश्मन को टक्कर देने के लिए दुर्गम रास्तों में सैन्य शक्ति को पहुंचाना बहुत आसान हो जाएगा। राफेल एक दो इंजन वाला मध्यम मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमएमआरसीए) है। इसे फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन बनाती है। राफेल लड़ाकू विमानों को ओमनिरोल विमानों की श्रेणी में रखा गया है, जो किसी भी युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने की क्षमता रखते हैं। यह लड़ाकू विमान हवाई हमला, जमीन में सेना की मदद और दुश्मन पर बड़े हमले को अंजाम दे सकती है।