नई दिल्ली। पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से की गई एयरस्ट्राइक को लेकर जारी राजनीति के बीचगांधी परिवार के बेहद करीबी और इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के लिए पूरे पाकिस्तान पर आरोप लगाना सही नहीं है। उन्होंने मुंबई हमले के लिए भी पूरे पाकिस्तान को दोषी बताने को गलत करार दिया। पित्रोदा ने एयर स्ट्राइक में मारे गए लोगों की संख्या भी पूछी है।
उन्होंने साफ कहा, 'अगर एयरफोर्स ने तीन सौ लोगों को मारा तो ठीक है। क्या इसके तथ्य और सबूत दिए जा सकते हैं?' पित्रोदा ने कहा कि भारत के लोगों को जानने का अधिकार है कि एयर फोर्स ने पाकिस्तान में कितनी तबाही मचाई और उसका क्या फर्क पड़ा। उन्होंने कहा, 'मैंने न्यू यॉर्क टाइम्स में रिपोर्ट पढ़ी इसलिए और ज्यादा जानने की इच्छा है। क्या वाकई में हमने हमला किया? क्या वाकई में 300 लोग मारे गए? एक नागरिक होने के नाते मुझे जानने का अधिकार है और मेरी ड्यूटी है कि मैं सवाल करूं। इसका मतलब यह नहीं कि मैं राष्ट्रवादी नहीं हूं या मैं उधर का पक्ष ले रहा हूं। अगर आप कहते हैं कि 300 लोग मारे गए तो वैश्विक मीडिया यह क्यों कह रहा है कि कोई नहीं मारा गया। मुझे एक नागरिक के तौर पर यह बुरा लगता है।'
पित्रोदा ने कहा कि अगर कोई आकर हमला करता है तो उस देश का हर नागरिक दोषी नहीं है। उन्होंने कहा, 'मुझे पुलवामा अटैक का ज्यादा नहीं पता लेकिन ऐसा हमेशा होता है। मुंबई में हमला हुआ तो हम रिऐक्ट कर सकते थे और एयरफोर्स को भेज सकते थे, लेकिन यह दुनिया के साथ पेश आने का अच्छा तरीका नहीं है। अगर किसी देश से 8 लोग आकर हमला करते हैं तो पूरे देश को दोषी कहना ठीक नहीं है।'
पित्रोदा ने कहा, 'हमें ज्यादा भावुक होने की जरूरत नहीं है क्योंकि डेटा निष्पक्ष होता है। इसलिए अगर कोई आकर कहता है कि 300 लोगों को मार दिया गया और मीडिया कहता है कि कोई नहीं मरा तो मैं क्या मानूं।' सैम पित्रोदा ने कहा कि ये विचार उनके अपने हैं और कांग्रेस पार्टी से इसका कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं वैज्ञानिक तरीके से बात करता हूं, मैं लॉजिक में यकीन रखता हूं। मैं डेटा में यकीन करता हूं। मैं भावनाओं में यकीन नहीं करता।'
बता दें कि पिछले महीने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस बड़े हमले के बाद देश में काफी रोष फैल गया था। सरकार पर दबाव था कि वह इस पर अपना जवाब दे। बाद में भारतीय सेना ने पाक सीमा में बालाकोट में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को ध्वस्त किया था।