नई दिल्ली। पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की भारत की कोशिश को बड़ा झटका लगा है। चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगा दी। बीते 10 साल में संयुक्त राष्ट्र में अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने का यह चौथा प्रस्ताव था। चीन के इस रुख के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार की विदेशी नीति पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक दुखद दिन! चीन ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित होने में रोड़ा अटकाया है और आतंकवाद के प्रजनन पाकिस्तान के एक अविभाज्य सहयोगी होने की चीनी स्थिति की पुष्टि की। अफसोस की बात है कि मोदीजी की विदेश नीति कूटनीतिक आपदाओं की एक श्रृंखला रही है।'
पुलवामा आतंकी हमले के जिम्मेदार मसूद अजहर के बचाव में उतरे चीन के रुख पर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, 'हम निराश हैं। लेकिन हम सभी उपलब्ध विकल्पों पर काम करते रहेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारतीय नागरिकों पर हुए हमलों में शामिल आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाए। हम उन देशों के आभारी हैं जिन्होंने अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की कवायद में हमारा समर्थन किया है।' संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा सेंक्शन्स कमेटी के तहत अजहर को आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव 27 फरवरी को फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा लाया गया था।