नई दिल्ली। रेल एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल को ‘पायलट’ कार्यकाल बताते हुए शुक्रवार को कहा कि पांच साल में काफी कुछ हुआ है और आगे चलकर भी बहुत सारे काम बाकी हैं जो करने हैं, उसके लिए सरकार दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्ध हैं। गोयल ने भारतीय रेल और कोयला मंत्रालय के पांच वर्ष की उपलब्धियों पर रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देना चाहते हैं, जिन्होंने इस देश को एक कुशल नेतृत्व दिया। उन्होंने पूरे विश्व के सामने सिद्ध किया कि दृढ संकल्प के साथ एक ईमानदार नेतृत्व जब कमान संभालता है तो सफलता शत-प्रतिशत निश्चित है।
उन्होंने देश के हर नागरिक की ओर से प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनका कुशल नेतृत्व आगे चलकर भी इस देश को मार्गदर्शन करता रहेगा। इससे पहले उन्होंने कहा कि पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है और अब देश के नागरिक के समक्ष अपने कार्या को लेकर जाने का समय आ रहा है। उन्होंने कोयला मंत्रालय के कामकाज का भी उल्लेख करते हुए कहा कि यदि मोदी सरकार ने कोयला उत्पादन को तेज गति से बढ़ाया नही होता तो आज शायद कोयले का आयात लगभग डेढ़ गुना हो चुका होता।
कोयला खानों की नीलामी के लिए एक ईमानदार व्यवस्था शुरू की गई तथा रिसोर्स मैपिंग में तेजी आई है और आज यह 2013-14 के मुकाबले दोगुना हो चुका है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013-14 में 6.9 लाख मीटर में कोयले की खोज के लिए ड्रिलिंग की गयी थी जो वर्ष 2017-18 में बढ़कर 13.7 लाख मीटर हो गई। कोयला मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से अब तक कोल इंडिया के उत्पाद में 10.5 करोड़ टन की बढोतरी हो चुकी है, जबकि वर्ष 2013-14 के पहले इसे हासिल करने में करीब सात वर्ष लगे थे। चालू वित्त वर्ष में 62.1 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।