नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें मेरठ में 18, सहारनपुर में 36, रुड़की में 20 और कुशीनगर में 8 लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक जहरीली शराब से मरने वाले ज्यादातर वे लोग हैं जो उत्तराखंड में एक तेरहवीं संस्कार में शरीक होने गए थे और इन लोगों ने वहीं शराब का सेवन किया।
इन मामलों के बाद प्रशासन हरकत में आया और बांदा में अवैध शराब की बिक्री के मामले में पुलिस ने बीती रात जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। बांदा के एएसपी लाल भरत कुमार पाल ने कहा, 'हमने भारी मात्रा में देशी और अवैध शराब जब्त की है। यह कल भी किया जाएगा, 15 टीमों का गठन किया गया है।'
सहारनपुर एसएसपी ने बताया, '3 पुलिस स्टेशनों पर एफआईआर दर्ज की गई हैं। संयुक्त टीम द्वारा कल रात एक कार्रवाई की गई थी। कम से कम 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया, 25 एफआईआर दर्ज की गईं हैं। 400 लीटर से अधिक अवैध शराब जब्त की गई। जब तक यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता तब तक कार्रवाई जारी रहेगी।'
इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी, 2 आबकारी निरीक्षक, 2 आबकारी सिपाही और 3 पुलिस उपनिरीक्षकों और 6 सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और अस्पताल में भर्ती लोगों के लिए 50,000 रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया था। उत्तराखंड के राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। रावत ने हरिद्वार जिला प्रशासन को अस्पताल में भर्ती लोगों को हरसंभव चिकित्सा सुविधाएं देने का आदेश दिया है।