नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क, राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने जल और वायु प्रदूषण को दिल्ली की दो बड़ी समस्याएं करार देते हुए कहा कि इन्हें सुलझाना कठिन है लेकिन असंभव नहीं। इसी के मद्देनजर उनका मंत्रालय लोगों को मेट्रो से भी बेहतर और सस्ता सार्वजनिक यातायात का साधन उपलब्ध कराने के लिए डबल डेकर एयरबस चलाने की योजना पर काम कर रहा है। उन्होंने अगले दो महीने में दिल्ली-आगरा के बीच यमुना नदी में एयर बोट चलाने का भी दावा किया।
गडकरी ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजूरी चौक पर आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली-सहारनपुर छह लेन एक्सेस कण्ट्रोल राजमार्ग के खंड एक और दो का डिजिटल माध्यम से शिलान्यास किया। यह रोड राष्ट्रीय राजमार्ग 709-बी के नाम से जाना जाएगा। इसका 19 किलोमीटर हिस्सा ऐलिवेटेड होगा। भारतमाला योजना के तहत बनने वाली सड़क का पहला खंड अक्षरधाम से शुरू होकर गीता कॉलोनी-शास्त्री पार्क-खजूरी खास होते हुए यूपी बॉर्डर तक जाएगा। सड़क के इस भाग की लम्बाई 14.75 किलोमीटर होगी। इसकी अनुमानित लागत 1100 करोड़ रुपये है। छह लेन की इस सड़क के दोनों तरफ सर्विस रोड भी होगी।
उन्होंने सहारनपुर को दिल्ली से जोड़ने वाले इस राजमार्ग के दूसरे खंड में देरी के लिए अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नई सरकार आने पर इस पर काम शुरू हो सका। दूसरा खंड यूपी बॉर्डर-मंडोला- ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे इंटरसेक्शन तक है। इसकी लम्बाई 16.57 किलोमीटर है और इसकी लागत 1800 करोड़ रुपये है। असल में पांच खंडों में विभाजित इस सड़क की कुल लम्बाई 155 किलोमीटर है। इस पूरी परियोजना की कुल अनुमानित लागत 4405 करोड़ रुपये है।
उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय भीड़भाड वाले इलाकों में डबल डेकर एयरबस चलाने की योजना पर काम कर रहा है। गडकरी ने कहा कि यह मेट्रो से भी सस्ती होगी, क्योंकि मेट्रो के प्रति किलोमीटर ट्रैक निर्माण की लागत जहां 350 करोड़ रुपये है वहीं एयरबस के ट्रैक की लागत 50 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर होगी। उन्होंने कहा कि वह कुछ भी हवा में नहीं बोलते। जो कहते हैं, उसे डंके की चोट पर करके दिखाते हैं।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री विजय गोयल को दिल्ली के सभी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और मेयर व पार्षदों को अगले सप्ताह अपने घर आमंत्रित कर यह परियोजना दिखाने का जिम्मा सौंपा।गडकरी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल रविवार को बीकानेर में बस परियोजना को शुरू कर रहे हैं। जल्द ही इसे उत्तर प्रदेश के मथुरा और महाराष्ट्र के औरंगाबाद में शुरू करने की योजना है। यह बस 280 सीटों वाली होगी।
गडकरी ने कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन साढ़े पांच लाख वाहन चलते हैं और इससे करीब डेढ़ लाख व्यावसायिक हैं। धौला कुंआ से लेकर तमाम सड़कों पर घंटों लगने वाले ट्रैफिक जाम से प्रदूषण बढ़ता है। ईस्टर्न पैरिफेरल हाइवे से दिल्ली के प्रदूषण में 27 प्रतिशत कमी आई है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड जाने वाले वाहन पहले दिल्ली के बीच से जाते थे लेकिन अब वह बाहर से ही निकल जाते हैं। उन्होंने 10 हजार करोड़ की लागत से तैयार द्वारका एक्सप्रेस-वे जल्द ही शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री से समय मांगा गया है।उन्होंने एक अप्रैल के बाद केवल 40 मिनट में दिल्ली से मेरठ पहुंचने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने मार्च 2020 तक गंगा को शत-प्रतिशत शुद्ध, निर्मल और अविरल बनाने का भी दावा किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली से आगरा के ताजमहल तक वाया यमुना जाना उनका सपना है और उम्मीद है कि यह मार्च तक पूरा होगा। इसके लिए रूस से एक एयरबोट आयात की गई है। इसका इंजन लैंडक्रूजर कार का है। उसके पंखे हवाई जहाज के हैं। इसकी क्षमता 14 लोगों के बैठने की है। इसकी स्पीड 80 किलोमीटर प्रतिघंटा है। यह 10 सेंटीमीटर पानी पर भी चल सकती है और जमीन से कुछ ऊंचाई पर भी दौड़ सकती है। वाराणसी से इलाहाबाद के बीच इसकी सेवा शुरू होने वाली है। दिल्ली में इसकी शुरुआत के बाद अगले साल से ताजमहल देखने के लिए लोग रेल और सड़क के बजाय जलमार्ग से जा सकेंगे।
गडकरी ने दिल्ली के उद्योगपतियों को हवा से पानी में उतरने वाले विमान के लिए आह्वान करते हुए कहा कि आठ करोड़ के जहाज के लिए वह अनुमति देने को तैयार हैं। आप पानी में हवाई जहाज चलाइए। एयर टैक्सी और वाटर टैक्सी एक ही जगह होंगी। इससे रोजगार और पर्यटन दोनों बढ़ेंगे। दिल्ली और ताजमहल की शान पूरी दुनिया में पहुंचेगी।